नई दिल्ली: रक्षा मंत्रालय की तरफ से एक नोटिफिकेशन जारी करते हुए कहा गया कि स्वदेशी रक्षा निर्माण में इस्तेमाल में आने वाले 2851 आइटम्स के आयात (Import) पर पाबंदी लगा दी गई है. अब रक्षा उत्पादन में इस्तेमाल होने वाली सामग्री स्वदेशी कंपनियों से ही खरीदी जाएंगी.
सालाना होगी इतनी बचत
सरकार के इस कदम से सालाना करीब 3000 करोड़ रुपये की बचत होगी. इससे पहले रक्षा मंत्रालय ने हथियार और अन्य सैन्य उपकरणों की 2 लिस्ट जारी की थी जिनके आयात पर पाबंदी लगाई गई है.
घरेलू कंपनियों को होगा फायदा
आपको बता दें कि सरकार का लक्ष्य रक्षा उत्पादों के आयात को प्रतिबंधित कर घरेलू रक्षा इंडस्ट्री को बढ़ावा देना है. सरकार ने अगले 5 सालों के अंदर 35,000 करोड़ के रक्षा उत्पाद के निर्यात का भी लक्ष्य तय किया है. रक्षा सूत्रों की मानें तो सरकार ने दूसरी लिस्ट में जिन उत्पादों को प्रतिबंधित किया है, उस सूची के निर्माण में प्राइवेट मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री के संगठनों को भी शामिल किया था. ये वो कंपनियां हैं जो आने वाले समय में सेनाओं की जरूरतों को पूरा करेंगी. ऐसे में सरकार के इस कदम से घरेलू कंपनियों के साथ स्टार्ट अप्स के लिए देश के उद्यमियों को अवसर हासिल होंगे.