यक़ीनन बहुत कम लोग जानते होंगे कि भूख भी होती है इतने तरह की, आपको कौन सी है?

भूखा लगना एक जैविक प्रक्रिया होती है। जब शरीर में एनर्जी की कमी हो जाती है तब भूख लगती है। भूख लगना बहुत अच्छी बात होती है। जब भूख ज्यादा लगती है तो इससे पता चलता है कि व्यक्ति कितना स्वस्थ्य है। जब कोई स्वस्थ्य होता है तो उसे समय-समय पर भूख लगती रहती है। लेकिन ज्यादा खाना भी एक चिंता का विषय है। इससे व्यक्ति को मोटापे की समस्या भी हो जाती है। भूख तो सबको लगती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भूख भी कई प्रकार की होती है। एक स्वस्थ्य व्यक्ति को सभी प्रकार के भूख के बारे में जानकारी रखनी चाहिए।

इतने तरह की होती है भूख:

*- पेट की भूख:

यह भूख सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है। यह सभी की लगती है। इसमें कई बार भूख ना लगने पर भी हमारा शरीर घड़ी के हिसाब से हमें यह बताता है कि कब हमें नाश्ता करना है और कब डिनर करना है।

*- आँखों की भूख:

ये भूख भी कई लोगों को लगती है। जब कोई खाना देखने में अच्छा लगता है तो लोग खुद को भूखा महसूस करते हैं। कई बार जब खाने की जरुरत भी नहीं होती है तब भी आँखों की भूख लग जाती है। खुद के ऊपर नियंत्रण रखने आप इस तरह की भूख से बच सकते हैं।

*- आवाज वाली भूख:

अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर यह किस तरह की भूख होती है। कई बार जब लोग चिप्स या क्रंची चीज खाते हैं तो आवाज आती है। उसकी आवाज सुनकर भी आस-पास मौजूद कई लोगों को भूख का अहसास होता है। इस तरह की भूख को आवाज वाली भूख कहते हैं। अगर आप भी इस तरह की भूख से परेशान रहते हैं तो आवाज आने पर अपना ध्यान किसी और तरफ लगायें।

*- खुशबु वाली भूख:

कई बार खानों में लगने वाले तड़के को भी सूंघकर भी भूख लग जाती है। सुगंध से लगने वाली भूख से ज्यादा लोग परेशान रहते हैं। इस भूख को नियंत्रित करना थोड़ा मुश्किल होता है। इसे नियंत्रित करने के लिए जब भी खाना खाएं उससे पहले अच्छी तरह से उसकी सुगंध ले लें।

*- आधी रात वाली भूख:

कई बार आपने कुछ लोगों को देखा होगा कि बीच रात में जागकर उन्हें खाने की आदत होती है। आपको बता दें इस तरह की भूख ज्यादातर लोगों को लगती है। ऐसे में लोग घर में जो भी मौजूद रहता है उसे ही खा लेते हैं। अगर आपको भी आधी रात वाली भूख लगती है तो ऐसे में तली-भुनी हुई चीज खाने की बजाय कोई हेल्दी चीज खाएं।

*- कभी ना ख़त्म होने वाली भूख:

कुछ लोगों को आपने देखा होगा जो हर समय खाते ही रहते हैं। उनकी भूख जैसे कभी ख़त्म ही नहीं होती है। ऐसा ज्यादातर लोग मूवी या टीवी देखते समय करते हैं। दरअसल जब हमारा ध्यान किसी और काम में लगा होता है उस समय हमारा हाथ अपने आप चलता रहता है। ऐसे में व्यक्ति कई बार बहुत ज्यादा खा लेता है, जो शरीर के लिए बहुत ही हानिकारक होता है।

*- भावना वाली भूख:

हर व्यक्ति की किसी ना किसी से भावनाएं जुड़ी होती हैं। ज्यादातर लोगों का जुड़ाव अपनी माँ से होता है। एस एमे उनके हाथ का बना हुआ खाना कभी भी खाना नहीं भूलते हैं। माँ के हाथ का खाना होने पर भूख ना लगने पर भी कई बार खाते रहने का ही मन करता है।

*- तनाव वाली भूख:

कई लोग ऐसे भी होते हैं जब वो तनाव में होते हैं तो उन्हें बहुत ज्यादा भूख लगती है। शोध से यह बात सामने आई है कि तनाव के दौरान खाने से तनाव कम होता है। ऐसे में बहुत सोच-समझकर खाने की जरुरत होती है। अगर आपका भी तनाव में खाने का मन करे तो खाने की बजाय कुछ पीयें।

*- बोर होते समय वाली भूख:यह भी एक तरह की भूख होती है जो अक्सर उस समय लगती है जब व्यक्ति एकदम खाली होता है और उसके पास कोई काम नहीं होता है। ऐसे में मन करता है कि कुछ खा लिए जाये। इस भूख से बचने के लिए किताब पढ़ना एक अच्छा उपाय होता है

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