योगी आदित्यनाथ सरकार मणिपुर में भड़की हिंसा के बीच फंसे यूपी के छात्रों को सुरक्षित वापस लाएगी। सीएम के आदेश के बाद गृह विभाग ने इस सम्बन्ध में कार्रवाई शुरू कर दी है। मणिपुर हिंसा में 20 छात्राओं सहित प्रदेश के करीब 60 छात्रों के फंसने की सूचना मिल रही है। इन छात्रों ने खुद को सुरक्षित निकालने की गुहार लगाई थी।
बता दें कि मणिपुर में आरक्षण के मामले को लेकर तीन मई को अचानक जातीय हिंसा शुरू हो गई थी। इस बीच एनआईटी इंफाल में पढ़ रहे छात्रों को उनकी सुरक्षा का खतरा सताने लगा। वहां उत्तर प्रदेश के करीब 60 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। हिंसा शुरू होने के बाद से वे इंफाल में ही फंसे हुए हैं। इनमें वाराणसी और गोरखपुर के भी कुछ छात्र बताए जा रहे हैं। फंसे छात्र ने जल्द से जल्द मणिपुर से निकलना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने यूपी सरकार से गुहार लगाई थी।
बता दें कि मणिपुर में हिंसा के बाद स्थिति अब भी तनावपूर्ण बनी हुई है। कई इलाकों में कर्फ्यू लगा है। शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बल लगातार फ्लैग मार्च कर रहे हैं। इस बीच कुछ छात्रों ने हॉस्टल में खाने-पीने की भी दिक्कत की बात कही है। हिंसा की सूचनाओं से बुरी तरह डरे छात्र जल्द से जल्द घर लौटना चाहते हैं। छात्रों का कहना है कि कई अन्य प्रदेशों के छात्र यहां से पहले ही निकल चुके हैं। लेकिन उनके वहां से निकलने का इंतजाम नहीं हो पाया है।
कैंपस में डर व्याप्त है। रात होते ही हॉस्टल की सभी खिड़कियां और दरवाजे बंद कर लेने का आदेश है लेकिन इससे छात्रों के बीच में फैली दहशत कम नहीं हो रही है। उधर, मणिपुर सरकार का कहना है कि हिंसा की आग को शांत करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी संख्या में सेना और अर्द्धसैनिक बलों के जवान तैनात हैं।