1886 में उन्होंने जर्मनी की प्रथम कंडैस्ड मिल्क फैक्टरी स्थापित की। उनके निर्यात बढऩे लगे तथा उन्होंने मिल्क सोप तथा कार्बोनेटेड मिल्क ड्रिक जैसे नए उत्पाद ईजाद किए। कारोबार बढऩे के साथ उन्होंने कई नई शाखाएं खोलीं, अपनी हैल्थ इंश्योरैंस कपनी, कपनी हाऊसिंग, स्वीमिंग बाथ्स तथा नर्सरी स्कूल की स्थापना भी कर ली। इसके बाद उनके पास इतना धन एकत्र हो गया कि वह कपनी का एक विशेष लैगशिप स्टोर खोलें। इसी स्टोर में 247 वर्ग मीटर में हैंड पेंटेंड टाइल्स लगाई गईं।
जब जॉन फंड का वर्ष 1923 में निधन हुआ तो डेयरी के कामकाज को उनकी अगली पीढ़ी ने सभाल लिया। चमत्कारिक रूप से स्टोर की इमारत द्वितीय विश्व युद्ध में भी बच गई, ड्रैसडेन शहर पर हुई जबरदस्त बमवर्षा से भी यह सुरक्षित रही जबकि यह नदी के पार शहर के केंद्र से थोड़ी दूरी पर स्थित है। डेयरी के वर्तमान डायरैक्टर टाइल्स पर बनी सुंदर परियों के चित्रों की ओर इशारा करते हुए बताते हैं, ‘‘इन परियों ने हमें बचा लिया।’’