अर्थशास्त्र के रचयिता माने जाने वाले आचार्य चाणक्य ने जीवन के लिए बहुमूल्य नीतियां और नियम बताये है जिसको अपने जीवन में उपयोग में लेन से कोई भी व्यक्ति सारी परेशानियों का हल ढूंढ सकता है. आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन के अनुभवों के आधार पर जीवन की कठोर विपत्तियों में मनुष्य को स्थिर रखने और सफलता के कई बातें बताई है आज हम आपको उसी सागर के कुछ अनमोल मोतियों से परिचित करवाएंगे. जिनसे आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव आए.
1- किसी भी व्यक्ति को तीन चीज़ो से दुरी नहीं बनानी चाहिए ये चीज़े राजा, महिलाओं और आग होती हैं और न ही इनके अधिक करीब जाना चाहिए.
2- मानव जीवन में अनुशासन होना बेहद आवश्यक है क्योंकि अनुशासनहीन व्यक्ति खुद भी कष्ट में रहते और दूसरों को भी कष्ट पहुंचाता हैं.
3- व्यक्ति को अपना स्वाभाव बहुत सीधा और सरल नहीं रखना चाहिए, क्योंकि अक्सर जंगल में सीधे पेड़ों को भी जल्दी काट दिया जाता हैं.
4- व्यक्ति को जीवन में बीत गई बातों का पछतावा और भविष्य को लेकर चिंता नहीं करना चाहिए.विवेकवान व्यक्ति वर्तमान में जीता है, इसलिए पिछली बातों का त्याग करके वर्तमान में जीना चाहिए.
5- लालच जीवन में दुख को और गुस्सा जीवन में मौत को आमंत्रण देता है. ज्ञान दूध देने वाली गाय की तरह है, जो प्रत्येक जगह व्यक्ति को बल प्रदान करता है.