आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में अगले साल यानी साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं. विधानसभा चुनाव से पहले हो रहे पंचायत चुनावों को सेमीफाइनल की तरह देखा जा रहा है. इसे देखते हुए लगभग हर राजनीतिक दल पंचायत चुनाव में पूरा दमखम झोंक रहा है. आम आदमी पार्टी (AAP) ने जल्द टिकट बंटवारे का दावा किया है.
AAP के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने कहा कि जिला पंचायत सदस्य के चुनाव के लिए बेदाग और साफ-सुथरी छवि वाले प्रत्याशी का चयन करने के लिए जिला स्तर पर चार सदस्यीय स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया गया था जिसका काम अंतिम चरण में है. पार्टी जल्द ही जिला पंचायत सदस्य के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची कुछ ही दिनों में जारी कर देगी.
AAP के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पहली सूची घोषित करने के लिए नाम करीब-करीब फाइनल कर लिए गए हैं. बस इन पर अंतिम मुहर लगनी बाकी है. सूची से जुड़े किसी विवाद की स्थिति में प्रदेश नेतृत्व स्क्रीनिंग कमेटी से विचार-विमर्श करके अंतिम फैसला लेगा. उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश में AAP की लहर शुरू हो गई है. सकारात्मक राजनीति की चाहत रखने वाले लोग तेजी से पार्टी के साथ जुड़ रहे हैं. सभाजीत सिंह यादव ने कहा कि पंचायत चुनाव में पार्टी की सफलता प्रदेश की राजनीति में सुखद बदलाव की पृष्ठभूमि तैयार करेगी.
AAP के प्रदेश अध्यक्ष ने पंचायत चुनाव की तैयारियों को लेकर कहा कि पंचायत चुनाव पूरे दमखम के साथ लड़ेंगे. जिला पंचायत सदस्य की हर सीट पर उम्मीदवार उतारेंगे. सभाजीत सिंह ने बताया कि पार्टी को प्रदेशभर से हजारों आवेदन मिले हैं. इनकी जांच कर साफ-सुथरी छवि वाले उम्मीदवार तलाशने का काम जिला स्तर पर चार सदस्यीय स्क्रीनिंग कमेटी को दिया गया है. पहली सूची करीब-करीब पूरी की जा चुकी है. स्क्रीनिंग कमेटी हर आवेदन का बारीकी से परीक्षण कर रही है. पार्टी किसी दागी को पंचायत चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनाएगी.
सभाजीत सिंह ने कहा कि AAP साफ-सुथरी राजनीति करने के लिए प्रतिबद्ध रही है. हम राजनीतिक भ्रष्टाचार और सियासत में गुंडे-माफिया की दखल खत्म करने के लिए ही आए हैं. पंचायत चुनाव में भी हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता यही है कि हमारे प्रत्याशी बेदाग छवि वाले लोग हों. उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में होने जा रहे पंचायत चुनाव में AAP की जीत पक्की है और बीजेपी ने अभी से अपनी हार मान ली है. हार के डर से बीजेपी ने पंचायत चुनाव पार्टी के सिंबल पर नहीं कराने का निर्णय लिया है. AAP के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि स्क्रीनिंग कमेटी में दिल्ली के एक विधायक भी शामिल हैं जिनके पास चुनाव प्रभारी की जिम्मेदारी है.