यूपी बोर्ड 2020 की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं का मूल्यांकन 2 अप्रैल तक स्थगित कर दिया गया है। यह जानकारी माध्यमिक शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव आराधना शुक्ला ने दी है। मूल्यांकन सोमवार से शुरू हुआ था और दस दिन में खत्म होना था लेकिन अब कोरोना वायरस के कारण इसे टाला गया है।
मूल्यांकन पर कोई भी निर्णय 2 अप्रैल के बाद लिया जाएगा, लिहाजा अब बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट अप्रैल में आना संभव नहीं होगा। इस वर्ष 56.7 लाख परीक्षार्थी पंजीकृत थे जिनमें से लगभग पौने 5 लाख ने परीक्षा छोड़ दी थी। लगभग तीन करोड़ कॉपियों का मूल्यांकन किया जाना है। शिक्षक संघ लगातार मूल्यांकन को स्थगित करने की मांग कर रहे थे।
कोरोना के खौफ से पहले दिन कॉपी जांचने नहीं पहुंचे थे 41% शिक्षक
सोमवार से शुरू हुए मूल्यांकन के पहले दिन 41 प्रतिशत शिक्षक कॉपी जांचने मूल्यांकन केंद्र नहीं पहुंचे। कारण पूछे जाने पर बीमार होने या बाहर होने का हवाला दिया। अनुपस्थित रहे शिक्षकों को डीआईओएस ने नोटिस जारी किया है। बोर्ड परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन के लिए गोरखपुर में पांच केंद्र बनाए गए है। इन केंद्रों पर कॉपियों के मूल्यांकन के लिए 3,196 शिक्षकों की ड्यूटी लगायी गई है। पहले दिन 1868 शिक्षक ही पहुंचे, 1328 शिक्षक अनुपस्थित रहे।
किसी भी केंद्र पर नहीं था सैनेटाइजर व मास्क
प्रमुख सचिव और माध्यमिक शिक्षा परिषद सचिव के निर्देश के बाद भी जिले में बने पांचों मूल्यांकन केंद्रों पर सोमवार को कोरोना से बचाव और सावधानी के लिहाज से सैनेटाइजर, मास्क, साबुन सहित अन्य संसाधनों की व्यवस्था नहीं थी। केंद्र व्यवस्थापकों ने कहा कि शाम तक साबुन और सैनेटाइजर मंगवा लिया जाएगा। साथ ही सभी जगहों की सफाई भी हो जाएगी।