बिजली चोरों पर शिकंजा कसा जाएगा। बिजली चोरी रोकने और आपूर्ति को निर्बाध रखने के लिए अब लाइनमैन का भी सहारा लिया जाएगा। बिजली चोरी रोकने में अहम भूमिका निभाने वाले लाइनमैनों को प्रोत्साहित किया जाएगा। शहर के फिलहाल 34 फीडरों को सूचीबद्ध किया जा रहा है। जिन पर बिजली चोरी रोकने और लाइनलॉस को कम करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। इसके अलावा मॉर्निंग रेड में बिजली-विजीलेंस टीमों के साथ पुलिस-प्रशासनिक टीमें भी शामिल होंगी।
शहर में अभी भी 15 से अधिक फीडर ऐसे हैं, जहां 45 से 50 फीसदी तक लाइन लॉस है। पश्चिमांचल में ऐसे फीडरों की संख्या 150 के पार है। अब बिजली चोरी रोकने और लाइन लॉस 15 फीसदी से नीचे लाने के लिए सख्ती से अभियान चलेगा। बिजली चोरों के खिलाफ मॉर्निंग रेड के जरिए अभियान छेड़ दिया। इस अभियान में शहर से लेकर देहात तक बिजली और विजीलेंस टीमों के साथ अब पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पुलिस फोर्स भी जाएगी। बिजली चोरों पर सख्ती से कार्रवाई होगी। अभियान में बाधा डालने वाले भी नहीं बख्शे जाएंगे।
इधर, बिजली अफसरों का मानना है कि चोरी रोकने में लाइनमैन अहम भूमिका निभा सकता है। बिजली चोरी रोकने और लाइन लॉस कम करने के लिए अब एक नया प्रयोग होगा। बिजली आपूर्ति को निर्बाध रखने के साथ ही बिजली चोरी रोकने में भी लाइनमैन की सक्रियता को बढ़ाया जाएगा। शहर के फिलहाल 34 फीडरों को सूचीबद्ध किया जा रहा है। जिन इलाकों में सख्ती से अभियान चलाया जाएगा। पश्चिमांचल के सभी 14 जिलों में इस प्रयोग को करने के लिए कवायद हो रही है। मुख्य अभियंता मेरठ जोन एसबी यादव और अधीक्षण अभियंता शहर विजयपाल का कहना है कि बिजली आपूर्ति को निर्बाध बनाए रखने के साथ ही फाल्ट को तत्परता से अटेंड कर बाधित बिजली सुचारू करने में लाइनमैन अहम भूमिका निभाता है। चोरी पर अंकुश लगाने और लाइन लॉस कम करने के लिए प्रत्येक स्तर पर कोशिशें की जा रही है। सफलता भी मिल रही है। लाइनमैन से लेकर एसडीओ, एक्सईएन तक को अभियान में जिम्मेदारी दी है।