नई दिल्लीः अगले साल 2022 में उत्तर प्रदेश(यूपी) में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसे लेकर सारी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी-अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। सूबे की बड़ी पार्टियों में गिने जाने वाली बीएसपी भी तैयारियों पर बल दे रही है। इस बीच सियासी गठबंधन की खबरें खूब चल रही हैं।
हाल ही में बसपा और एआईएमआईएम के एक साथ चुनाव लड़ने की बात भी सामने आई। इस बीच यूपी की पूर्व सीएम और बीएसपी प्रमुख मायावती ने एक बड़ा बयान देकर गठबंधन की सारी अटकलों पर विराम लगा दिया है।
मायावती ने कहा कि बीएसपी विधानसभा चुनाव में किसी भी राजनीतिक दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। आगे उन्होंने कहा कि कुछ मीडिया संस्थानों में यह बात प्रसारित की जा रही है कि बीएसपी असदुद्दीन की पार्टी एआईएमआईएम के साथ चुनाव लड़ेगी, यह खबर तथ्यहीन और भ्रामक है। बीएसपी यूपी और उत्तराखंड में किसी भी दल के साथ नहीं लड़ेगी। मायावती ने यह बात ट्वीट कर कही हैं।
सतीश चन्द्र मिश्र को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी
बीएसपी सुपीमो ने आज कई ट्वीट किए हैं। इस दौरान उन्होंने लिखा, ‘वैसे इस सम्बन्ध में पार्टी द्वारा फिर से यह स्पष्ट किया जाता है कि पंजाब को छोड़कर, यूपी और उत्तराखंड प्रदेश में अगले वर्ष के प्रारंभ में होने वाला विधानसभा का यह आम चुनाव बीएसपी किसी भी पार्टी के साथ कोई भी गठबन्धन करके नहीं लड़ेगी अर्थात् अकेले ही लड़ेगी, जबकि एक अन्य ट्वीट में लिखा,’ बीएसपी के बारे में इस किस्म की मनगढ़न्त और भ्रमित करने वाली खबरों को खास ध्यान में रखकर ही अब बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद सतीश चन्द्र मिश्र को बीएसपी मीडिया सेल का राष्ट्रीय कोओर्डिनेटर बना दिया गया है।
वहीं, यूपी की पूर्व सीएम ने मीडिया से भी यह अपील है कि वे बहुजन समाज पार्टी और पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष आदि के सम्बन्ध में इस किस्म की भ्रमित करने वाली अन्य कोई भी गलत खबर लिखने, दिखाने व छापने से पहले सतीश चन्द्र मिश्र से उस सम्बंध में सही जानकारी जरूर प्राप्त कर लें।
बता दें कि मायावती ने विधानसभा चुनाव से पहले यूपी और उत्तराखंड में संगठन को दुरुस्त करने की कवायद तेज कर दी है। इस वक्त वह खुद प्रत्येक मंडल की समीक्षा कर रही हैं। वहीं, मुख्य सेक्टर प्रभारियों को इस महीने के अंत तक बूथ स्तर तक संगठन को दुरस्त करने को कहा गया है, ताकि अगले दो महीनों में विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी जाएं।