तीन दिन से हो रही बारिश से मध्य, पश्चिम यूपी और बुंदेलखंड में तबाही मची हुई है। यूपी के कई जिलों में शनिवार को भी भारी बारिश के आसार हैं। यलो अलर्ट जारी होने के बाद कई जिलों में प्रशासन ने स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया है। इनमें नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, इटावा और अलीगढ़ शामिल हैं। इन जिलों में पहली से आठवीं तक के स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है।
मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर समेत यूपी के कई जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। इसे देखते हुए स्कूलों में छुट्टी की गई है। दिल्ली-एनसीआर समेत पश्चिमी और मध्य यूपी में तीन दिन से जारी भारी बारिश का सितम शुक्रवार को भी जारी रहा। वेस्ट यूपी और ब्रज के जिलों में बेमौसम बेहिसाब बारिश ने जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है। लगातार बारिश से होने वाले हादसों में शुक्रवार को फिरोजाबाद में दो समेत प्रदेश में 18 की मौत हो गई। इससे पहले 28 लोगों की मौत हुई थी। तीन दिनों में 1500 से अधिक मकान जमींदोज हो चुके हैं। बुलंदशहर में बारिश में मकान की छत गिरने से एक महिला की मौत हो गई जबकि दो लोग घायल हो गए।
संभलकर निकलें
मेरठ सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गुरुवार शाम से शुक्रवार तक कुल 79.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। फिलहाल 48 घंटे तक बारिश से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग ने 48 घंटे तक भारी बारिश का अलर्ट जारी करते हुए लोगों को बाहर निकलने में सावधनी बरतने के निर्देश दिए हैं। जिला प्रशासन को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
स्कूल-कॉलेज बंद, अग्निवीर भर्ती रैली स्थगित
बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन ने शनिवार को स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। मेरठ-हापुड़ और शामली में आठवीं तक के स्कूल शनिवार को बंद रहेंगे। सहारनपुर-मुजफ्फरनगर, बागपत और बुलंदशहर में 12वीं तक के सभी स्कूल बंद किए गए हैं। यह आदेश सभी बोर्डों के स्कूल पर लागू होगा। मूसलाधार बारिश के कारण शुक्रवार को होने वाली शामली की अग्निवीर भर्ती रैली स्थगित कर दी गई है। अब शामली के युवाओं की भर्ती 11 अक्तूबर को होगी। रैली में शामिल होने आए 6500 अभ्यर्थियों को निराशा हाथ लगी।
आगरा में पिछले 36 घंटे हुई रुक रुक कर कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश ने स्मार्ट सिटी को दागदार कर दिया। हालात ये हो गई कि निचले इलाकों में से शुक्रवार शाम तक जलनिकासी नहीं हो पाई तो वहीं शहर के बड़े हिस्से में सड़कों का बुरा हाल हो गया। बारिश ने सफाई व्यवस्था को पलीता लगा दिया। नाले और गलियां सिल्ट से भर गई। नवीन आगरा और स्मार्ट सिटी के दावा करने वाले निगम के अधिकारियों की व्यवस्था कलई खुल गई।
इटावा में लगातार दो दिनों तक बारिश ने जिले में जमकर तबाही मचाई है। जिले में 13 मकान गिरने से 10 लोगों की जान चली गई और12 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। सदर तहसील में सात लोगों की मौत व सात ही लोग घायल हुए हैं जबकि भरथना में दो लोगों की मौत व तीन लोग घायल हुए है। चकरनगर तहसील में एक व्यक्ति की मौत है जबकि दो लोग घायल हुए हैं।
बारिश से थम गया इटावा- मैनपुरी रोड पर आवागमन
भारी बारिश के कारण इटावा- मैनपुरी रोड पर बना मैनपुरी अंडरपास जलभराव के कारण पूरी तरीके से बंद कर दिया गया है। सभी प्रकार के वाहनों के लिए डायवर्जन लगाया गया है। जिससे अंडर पास में भरे पानी से कोई दुर्घटना न हो सके। शुक्रवार को भी दिनभर पालिका के पंपसेट पानी निकालने में जुटे रहे हालांकि देर शाम तक कामयाबी नहीं मिली। अंडरपास में 15 फीट से अधिक पानी भर गया था।
तीन दिनों के लिए स्कूल बंद, ठप हुई पढ़ाई
जिला प्रशासन की ओर से मौसम विभाग द्वारा जारी की गई एडवाइजरी के बाद जिले में सभी स्कूलों को तीन दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। 22, 23 व 24 सितंबर को सभी विद्यालय अतिवृष्टि के कारण बंद किए गए हैं। ऐसे में छात्र छात्राओं की पढ़ाई भी बाधित हो रही है। अधिकांश विद्यालयों में इस समय सिलेबस कंप्लीट करने पर जोर दिया जा रहा है ऐसे में पढ़ाई का नुकसान हो रहा है।
किसानों के लिए मुसीबत बन गई बरसात
इस मूसलाधार बरसात ने किसानों के चेहरे पर भी चिंता की लकीरें खींच दीं। मूसलाधार बरसात देखकर किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरे दिखाई दीं। इस बरसात ने बाजरा की फसल को नुकसान पहुंचाया है। धान की फसल को तो फिलहाल नुकसान नहीं है लेकिन सरसों की बुवाई लेट हो जाएगी। शुक्रवार को हल्की बरसात थोड़ी देर ही हुई इसलिए शुक्रवार की बरसात से कोई नुकसान नहीं है।