यूक्रेन में शांति को लेकर दुनिया के बड़े नेता एकजुट हुए हैं। इस कड़ी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज, ब्रिटेन कीएर स्टार्मर ने फोन पर अहम बातचीत की है। फ्रांस के एक अधिकारी ने बताया कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज, और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीएर स्टार्मर ने आज अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत की। यह बातचीत यूक्रेन में शांति प्रयासों को लेकर हुई, जिसे इस समय बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
मध्यस्थता प्रक्रिया की ताजा स्थिति पर हुई चर्चा
अधिकारी के अनुसार, चारों नेताओं ने अमेरिका की अगुवाई में चल रही मध्यस्थता प्रक्रिया की ताजा स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने यूक्रेन में मजबूत और लंबे समय तक टिकने वाली शांति स्थापित करने के लिए जारी कोशिशों का स्वागत किया। सभी नेताओं ने कहा कि हिंसा और जान-माल के नुकसान को रोकना अभी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इस बातचीत में यह भी माना गया कि आने वाले कुछ दिन बेहद महत्वपूर्ण हैं, इसलिए बातचीत और सभी तरह के कूटनीतिक प्रयास लगातार जारी रहेंगे। सभी नेताओं ने मिलकर कहा कि यह समय यूक्रेन, उसके लोगों और पूरे यूरो-एटलांटिक क्षेत्र की सामूहिक सुरक्षा के लिए निर्णायक है।
ट्रंप के बयान से यूरोप बेचैन
वहीं इसके बाद ट्रंप का एक इंटरव्यू आया जिसने माहौल बदल दिया। उन्होंने यूरोप की आव्रजन नीति और यूक्रेन युद्ध से निपटने के तौर-तरीकों की जमकर आलोचना की। ट्रंप ने यूरोप को कमजोर, गिरता हुआ और नेतृत्व को कुछ बहुत बेवकूफ लोग कहा। उन्होंने यह भी दावा किया कि यूक्रेन पर रूस का ऊपरी हाथ है और राष्ट्रपति जेलेंस्की को युद्ध के बावजूद चुनाव करवाने चाहिए। उनका तर्क था कि चुनाव न होने से लोकतंत्र कमजोर हो रहा है। हालांकि यूक्रेन ने 2022 में रूसी हमले के बाद मार्शल लॉ लागू होने के चलते चुनाव स्थगित कर दिए थे।
नाटो पर भी ट्रंप का करारा तंज
ट्रंप ने नाटो देशों पर भी कटाक्ष किया। पुरानी बैठक का जिक्र करते हुए कहा, ‘नाटो मुझे डैडी कहकर बुलाता है… वे बातें बहुत करते हैं, काम कम करते हैं।’ उनका आरोप है कि यूरोपीय देश रक्षा में पर्याप्त निवेश नहीं कर रहे, जबकि युद्ध लंबा खिंचता जा रहा है।
यूक्रेन में चुनाव और अमेरिकी प्रस्ताव
ट्रंप चाहते हैं कि जेलेंस्की अमेरिकी प्रस्ताव को गंभीरता से लें और जल्द चुनाव करवाएं। उन्होंने कहा, ‘बहुत लोग मर रहे हैं, अब फैसले का समय है।’ अमेरिकी अधिकारी हाल ही में मॉस्को गए थे और यूक्रेनी प्रतिनिधियों से भी बातचीत जारी है, लेकिन अभी तक कोई बड़ा समझौता नहीं हुआ है। जेलेंस्की ने मंगलवार को जवाब दिया कि वे चुनाव कराने को तैयार हैं, बस सुरक्षा की गारंटी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका को यूक्रेन की संशोधित प्रतिक्रिया जल्द भेजी जाएगी।
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