वाशिंगटन. उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच जमी बर्फ बिघलती दिखाई दे रही है. उत्तर कोरिया के तानाशाह नेता किम जोंग उन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बातचीत के लिए न्यौता दिया जिसे यूएस प्रेसिडेंट ने स्वीकार कर लिया है. ट्रंप द्वारा प्रस्ताव स्वीकार किए जाने की बात दक्षिण कोरिया के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने वाइट हाउस में खुद कही. बता दें कि अमेरिकी प्रेसिडेंट ट्रंप और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग एक दूसरे को परमाणु युद्ध की धमकी तक दे चुके हैं.
असोसिएट प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर कोरिया के निमंत्रण को ट्रंप ने स्वीकार कर लिया है और कहा है कि वह मई तक किम जोंग उन से मुलाकात करेंगे. दक्षिण कोरिया के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार चुंग योंग ने कहा कि उत्तर कोरिया का तानाशाह परमाणु और मिसाइल परीक्षण को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है.
सीएनएन के मुताबिक, दक्षिण कोरिया का एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को वाइट हाउस पहुंचा था. इस प्रतिनिधिमंडल ने किम जोंग के साथ हालिया बातचीत का ब्यौरा अमेरिकी राष्ट्रपति को दिया. ये बैठक प्योंगयांग में वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया के हेडक्वार्टर में हुई थी. इस प्रतिनिधिमंडल ने ट्रंप से बात की और किम का निमंत्रण पत्र भी सौंपा.
इससे पहले, मार्च के ही पहले हफ्ते में ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका और उसके अंतरराष्ट्रीय सहयोगी कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. ट्रंप ने वाइट हाउस में स्वीडिश प्रधानमंत्री के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर प्रतिबद्ध हैं.’
उत्तर कोरिया की अमेरिका के साथ बातचीत करने की इच्छा जाहिर करने संबंधी समाचारों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा था कि आज उस पर कई खबरें हैं.’ उन्होंने कहा था कि उम्मीद करते हैं कि ये सभी सकारात्मक हों. उम्मीद करते हैं कि इसके सकारात्मक परिणाम होंगे.’
उत्तर कोरिया के इस बार ईमानदार होने के सवाल पर ट्रंप ने यह प्रतिक्रिया दी. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि मुझे लगता है कि वे ईमानदार हैं लेकिन मुझे लगता है कि यह लगाए प्रतिबंधों के कारण भी है.’ इससे पहले, ट्रंप ने ओवल हाउस में भी पत्रकारों से कहा था कि ऐसा प्रतीत होता है कि उत्तर कोरिया सकारात्मक रूप से पेश आ रहा है.