उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस पर यूपी दिवस के तीन दिवसीय रंगारंग आयोजनों का मेला शुक्रवार से लखनऊ से अवध शिल्पग्राम में शुरू हुआ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीप प्रज्ज्वलित कर ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ का उद्घाटन किया। इस दौरान राज्यपाल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य नीलकंठ तिवारी ने स्मृति चिह्न भेंट की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 जनवरी 1950 को उत्तर प्रदेश अस्तित्व में आया था। आज हमने अपनी स्थापना के 70 वर्ष पूरे किए हैं। यह अवसर हम सबके लिए 70 वर्षों की यात्रा पर आत्ममंथन करने का भी है। चुटकी भी ली इस 67-68 वर्षों में किसी को उत्तर प्रदेश के बारे में सोचने की फुर्सत नहीं थी, क्योंकि उन्हें यहां की गौरवशाली परंपराओं और अतीत से कोई सरोकार नहीं था। बता देें, 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर समारोह का समापन होगा।
सीएम योगी ने कहा कि अतीत को विस्मृत करके कोई समाज और राष्ट्र आगे नहीं बढ़ सकता। अतीत की गौरवशाली परंपराएं हमें जहां आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं, वहीं अतीत के अनुभव के आधार पर हम अपने भविष्य के निर्माण के लिए योजनाएं बनाते हैं।
उन्होंने कहा कि यह वही उत्तर प्रदेश है जो लोकतंत्र की पहली आधारशिला रही है, जहां दुनिया की सबसे पवित्र नदी गंगा सबसे लंबी दूरी तय करती है, जहां गंगा और यमुना का पवित्र संगम प्रयागराज है, जहां दुनिया की सबसे पुरातन नगरी काशी है, जहां हमें राम राज्य की अवधारणा देने वाले मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम पैदा हुए।
जहां न दैन्यं न पलायनम् का संदेश देने वाले लीलाधारी भगवान कृष्ण पैदा हुए, जहां जन्म लेकर भगवान बुद्ध ने दुनिया को शांति का संदेश दिया, जहां सर्वाधिक जैन तीर्थंकरों का जन्म हुआ। जिसने स्वाधीनता आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और विदेशी हुकूमत से आजादी दिलाने के लिए बलिदान में कभी पीछे नहीं हटा, देश को सर्वाधिक प्रधानमंत्री भी उत्तर प्रदेश ने दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष हमने प्रयागराज में कुंभ का आयोजन किया था। लोग मुझसे पूछते थे कि कितने लोग इस आयोजन में आएंगे, तो मैं कहता था कि उत्तर प्रदेश की आबादी 23 करोड़ है, इससे कम लोग तो नहीं आएंगे। इसपर लोग कहने लगे कि 2013 में तो सिर्फ 12 करोड़ की आए थे, तो इस बार मान के चलें कि इसके डबल तो आएंगे ही।
क्योंकि शासन सत्ता में हमलोग हैं तो लोगों का विशेष लगाव होगा। 24 करोड़ 56 लाख श्रद्धालु प्रयागराज में आए थे। कुंभ में गंगा के पावन तट पर स्नान किया था। आज मौनी अमावस्या भी है। इस अवसर पर प्रयागराज में 2.5 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे हैं। सुबह आठ बजे तक 50 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान संगम में किया था।
सीएम ने कहा कि राज्यपाल ने देश-विदेश में उत्तर प्रदेश को पहचान दिलाने वाले खिलाड़ियों को रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार और लक्ष्मण पुरस्कार से सम्मानित कर उनका उत्साहवर्धन किया है। ओलंपिक में स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को 6 करोड़ रुपये, रजत पदक पर 4 करोड़ रुपये, कांस्य पदक पर 2 करोड़ और प्रतिभाग पर 10 लाख रुपये की धनराशि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विशेष रूप से दी जाती है।
वहीं, राष्ट्रमंडल और एशियन खेलों में स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ियों को 50 लाख रुपये, रजत पदक पर 30 लाख रुपये, कांस्य पदक पर 15 लाख रुपये और प्रतिभाग पर 5 लाख रुपये की धनराशि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विशेष रूप से प्रदान की जाती है।