ये तो आप जानते ही हैं हर देश के अपने नियम और कानून होते है जिसके अनुसार ही अपराधियों को उनके अपराध की सजा सुनाई जाती है. हर देश का यही नियम होता है, अपराधी है तो उसे सजा तो मिली ही है. लेकिन सऊदी अरब में सख्त इस्लामिक कानून के तहत बीते साल ही 153 लोगों को सजा-ए-मौत दी गई थी. इनमें से ज्यादातर लोगों को भीड़ के बीच सिर कलम करके मौत दी गई थी. ऐसा क्यों हुआ था आज हम आपको बता देते हैं.
* सऊदी अरब में ईशनिंदा या जादू-टोना करने वाले लोगों को दोषी पाए जाने पर इस्लामिक कानून के तहत मौत की सजा दी जाती है.
* सऊदी अरब का कानून इतना ज्यादा सख्त है कि अगर कोई व्यक्ति राजद्रोह या आंतकवाद जैसी गतिविधियों में शामिल पाया जाता है तो उसे मौत की सजा से कोई नहीं बचा सकता है.
* बलात्कार और समलैंगिकता जैसे मामलों में दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति को यहां माफी या जेल की सजा नहीं दी जाती है बल्कि आरोपी को सीधे सजा-ए-मौत दी जाती है.
* इरादतन या गैर इरादतन हत्या जैसे अपराध करनेवाले आरोपी को इस्लामिक कानून के तहत मौत की सजा दी जाती है.
* सऊदी अरब में शराब पीना भी अपराध के अंतर्गत आता है इसलिए जो भी व्यक्ति शराब पीता हुआ पकड़ा जाता है तो उसे सजा के तौर पर 500 कोड़े लगाए जाते हैं.
* शादी के बाद किसी गैर मर्द या औरत के साथ शारीरिक संबंध बनाने वाले आरोपी औरत या मर्द को सजा के तौर पर पत्थर से मारकर मौत के घाट उतार दिया जाता है.