जहां एक ओर देश के ज्यादातर हिस्सों में सभी शादीशुदा महिलाएं करवा चौथ के व्रत को धूम धाम से मना रहीं हैं तो वहीं भारत में ही एक ऐसा गांव है जहां पर लोगों की सोच इसके एकदम उलट है।
मथुरा से कुछ किलोमीटर दूर नौहझील के गांव रामनगला को श्रापित माना जाता है। यहां कोई भी सुहागिन इस व्रत को नहीं रखती। यहां तक की मंदिर में पूजा अर्चना करने भी नहीं जाती।
इसके पीछे लोगों के अलग अलग तर्क हैं। गांव की रहने वाली इस महिला का कहना है कि सैकड़ों सालों से ये गांव माता सती के श्राप को झेल रहा है। जिसकी वजह से यहां की कोई भी महिला इस दिन करवा चौथ का व्रत नहीं रखती।
लोगों का कहना है कि कुछ साल पहले नई नवेली दुल्हन ने ये व्रत रखा था लेकिन उसी दिन उसके पति की मौत हो गई जिसके बाद से व्रत को नहीं रखा जाता है और इसके पीछे माता सती का श्राप माना जाता है।