चारधाम यात्रा के दौरान अब तक 12 यात्रियों की जान जा चुकी है। जिसमें 11 यात्रियों की मौत गंगोत्री और यमुनोत्री धाम व एक बदरीनाथ धाम में हुई है।
चारधाम यात्रा के छह दिन में ही 12 तीर्थयात्रियों की जान जा चुकी है। बुधवार को यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आए गुजरात के एक श्रद्धालु की मौत हो गई। जिससे यमुनोत्री धाम में श्रद्धालुओं की मौत का आंकड़ा बढ़कर 10 हो गया है। वहीं, एक तीर्थयात्री की मौत गंगोत्री धाम और एक यात्री की मौत बदरीनाथ धाम में हो चुकी है।
यात्रा के पहले दिन बीते 10 मई को जहां यमुनोत्री धाम में मध्यप्रदेश के सागर जिले के 71 वर्षीय रामगोपाल और उत्तरप्रदेश के उन्नाव जिले की 69 वर्षीय विमला देवी की हृदय गति रुकने से मौत हो गई। पहले दिन ही देर रात 62 वर्ष की मध्यप्रदेश निवासी संपत्तिबाई की भी मौत हुई। तीसरे दिन रविवार को बैंगलुरु निवासी 54 वर्षीय विष्णु कुमार भाभा की मौत हुई। चौथे दिन सोमवार को गुजरात के गांधी नगर निवासी 73 वर्ष के सूर्यकांत खार का निधन हुआ।
गत मंगलवार को मध्यप्रदेश इंदौर निवासी 54 वर्ष के रामप्रसाद की पैर फिसलकर चोटिल होने और 68 वर्ष की दक्षा बेन पटेल निवासी अहमदाबाद गुजरात की सांस लेने में दिक्कत से अचेत होकर मौत हुई। वहीं, मुंबई महाराष्ट्र निवासी 62 वर्षीय मनोहर दत्ताराम नायक की भी स्वास्थ्य बिगड़ने से मौत हुई। पुरोला उत्तरकाशी निवासी 58 वर्ष के रामप्रसाद की भी हार्ट अटैक से मौत हुई थी। इधर, गंगोत्री धाम की यात्रा पर आई गोवा निवासी 76 वर्ष की शोभा आर ताम्भा की भी जान चली गई। बुधवार को यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आए 60 वर्ष के ठाकोर भाई प्रेमाभाई की मौत हो गई। वहीं, बदरीनाथ धाम आई लक्ष्मी देवी (75) निवासी राजकोट गुजरात की भी हृदय गति रुकने से जान गई है।
गोमुख ट्रैक पर पंजाब के ट्रैकर की मौत
गोमुख ट्रैक पर भी एक ट्रैकर की मौत हुई है। पंजाब के मोहाली निवासी पवन कुकार गत मंगलवार को गोमुख ट्रैक पर भोजवासा में रात्रि विश्राम के लिए रुका था। जहां से बुधवार को गोमुख जाते हुए रास्ते में उसका स्वास्थ्य बिगड़ गया। उसके साथी उसे गंगोत्री स्वास्थ्य केंद्र ले गए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। चिकित्सकों ने उसकी मौत का कारण हार्ट अटैक बताया।