नई दिल्ली: अवैध धर्मांतरण मामले में गिरफ्तार किए गए मौलाना कलीम सिद्दीकी का समर्थन करने पर AIMIM चीफ और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए हैं। मौलाना कलीम का समर्थन करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि,अपने धर्म का प्रचार अपराध नहीं है।’
औवेसी ने इस मामले पर शुक्रवार को ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘मौलाना कलीम साहब के वकील अबुबकर सब्बाक के साथ बात की। अनुच्छेद-25 में अपने धर्म का प्रचार करने का अधिकार है। अपने धर्म की जानकारी देना किसी भी प्रकार से अपराध नहीं है। यूपी सरकार मीडिया ट्रायल कर रही है। उनके खिलाफ लगाई गई धाराएँ आरोपों से मेल नहीं खाती। इंशाअल्लाह इंसाफ होगा।’ शायद ओवैसी यह भूल गए कि, अपने धर्म के बारे में जानकारी देना, या उसका प्रचार-प्रसार करना अवश्य जुर्म नहीं है, किन्तु अवैध तरीकों से नाबालिग बच्चों का धर्म परिवर्तन करवा देना जरूर एक अपराध है। मौलाना कलीम सिद्दीकी पर अवैध धर्मांतरण का इल्जाम है, जिसके कारण उन्हें 10 दिन की रिमांड पर ATS को सौंपा गया है। ऐसे में असदुद्दीन ओवैसी को सोशल मीडिया यूजर्स आड़े हाथों लिया है।
हाबुल दत्ता नाम के एक यूजर ने ओवैसी के ट्वीट पर कमेंट करते हुए लिखा कि, ‘बेफिजूल की बातें करना और मुस्लिम को भड़काना ही आता तुम्हें। तुम बैरिस्टर के नाम पर धब्बा हो। तुम्हें सिर्फ बक-बक करना और बिना सोचे-समझे बोलना आता है। सबको पता है धर्म का प्रचार करना गुनाह नहीं है पर बहला-फुसलाकर के जोर जबरदस्ती करना गुनाह है। अब मुगल का जमाना नहीं ये, हिंदुस्तान है।’ एक अन्य यूजर ने लिखा कि, ‘बड़ी-बड़ी फेंकने से कुछ नहीं होता। हैदराबाद की इस खातून की कोई मदद नहीं कर रहा। आप सब सिर्फ समाज को बेवकूफ बनाते हो। इंसानियत हैं तो पहले हैदराबाद के खातून का भला करो फिर समाज के ठेकेदार बनना।’