दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक माघ मेला के सबसे बड़े मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर दो करोड़ 18 लाख श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगायी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर संगम में आस्था की डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा किया गया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मौनी अमावस्या पर दो करोड़ 18 लाख श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके दृष्टिगत सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने मेला क्षेत्र में भ्रमणशील रहकर सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करायी। माघ मेला क्षेत्र में साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था के लिए सफाई कर्मियों की पर्याप्त संख्या में ड्यूटी लगायी गयी है। मेला क्षेत्र में अपने स्वजनों से बिछड़ने वाले लोगो के लिए खोया-पाया केन्द्र से लगातार घोषणा कर उनके स्वजनों से उन्हें मिलाया गया। श्रद्धालुओं को मेले में भटकना न पड़े, इसके लिए संगम जाने का मार्ग वापस लौटने का मार्ग व अन्य मार्गों को प्रदर्शित करते हुए साइन बोर्ड रास्तों पर लगाये गये हैं।
माघ मेला क्षेत्र में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था रही। एडीजी जोन भानु भाष्कर, मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत, पुलिस आयुक्त रमित शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक प्रेम कुमार गौतम, कुम्भ मेलाधिकारी विजय किरण आनन्द, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक माघ मेला डॉ0 राजीव नारायण मिश्र, जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल, प्रभारी अधिकारी माघ मेला दयानन्द प्रसाद, अपर जिलाधिकारी मेला विवेक चतुर्वेदी सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी निरंतर भ्रमणशील रहकर व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे। मौनी अमावस्या के अवसर पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रही। मौनी अमावस्या का स्नान पर्व सकुशल एवं निर्विघ्न रूप से सम्पन्न हुआ।
माघ मेला महोत्सव प्रयागराज के संगम तट पर वर्षो से चली आ रही विगत वर्षों की भांति इस बार भी मौनी अमावस्या में भव्य आयोजन किया गया। आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा तथा किसी भी आपदा से निपटने के लिए उपमहानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा के निर्देशन में तथा प्रेम कुमार पासवान उप कमांडेंट की देख रेख में एनडीआरफ के बचावकर्मी अपनी पूरी निष्ठा के साथ गंगा, यमुना और त्रिवेणी संगम तट के विभिन्न घाटों पर तैनात किए रहे। एनडीआरएफ की दो टीमें जिसमें प्रत्येक में गोताखोर, पैरामेडिकल डिप डिविंग सेट, लाइफ जैकेट, लाइफ बॉय व अन्य आधुनिक बचाव उपकरण, 12 वोट्स और लगभग 70 बचाव कर्मियों के साथ प्रयागराज के प्रमुख घाटों पर तैनाती की गई है। उप कमांडेंट प्रेम कुमार पासवान 11 एनडीआरएफ ने आगामी महाकुंभ को देखेते हुए त्रिवेणी संगम के विभिन्न घाटों का दौरा किया।