दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार सतर्क हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली में कोरोना से निपटने के लिए योजना तैयार की है। इसके तहत गृह मंत्रालय ने 10 टीमों का गठन किया है। ये टीमें 100 निजी अस्पतालों का दौरा करेंगी और आईसीयू बेड की उपलब्धता की जानकारी इकट्ठा करेंगी।
गृह मंत्रालय ने बताया कि दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने 15 नवंबर को बैठक की थी, इसके बाद से वायरस से निपटने के लिए कुछ उपाय किए गए हैं। इसके तहत डीआरडीओ दिल्ली हवाई अड्डे के पास स्थित अपने विशेष कोरोना अस्पताल में अपने 250 आईसीयू बेड के अलावा और 250 आईसीयू बेड शामिल करेगा। इसके अलावा तीन से चार दिनों में इस अस्पताल में 35 बाइपेप बेड को शामिल किया जाएगा।
मंत्रालय ने बताया है कि बैठक के बाद उठाए गए एक अन्य कदम के तहत, सीएपीएफ के 45 डॉक्टर और 160 पैरामेडिक्स दिल्ली हवाई अड्डे के पास स्थित डीआरडीओ अस्पताल और छतरपुर में कोविड केयर सेंटर में तैनाती के लिए दिल्ली पहुंच चुके हैं।
गृह मंत्रालय ने बताया है कि बेड उपयोग और परीक्षण क्षमता का आकलन करने के लिए मंत्रालय ने दिल्ली में 100 से अधिक निजी अस्पतालों का दौरा करने के लिए 10 अन्य टीमों का गठन किया है। गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश के तहत ये टीमें अतिरिक्त आईसीयू बेड की पहचान करेंगी। फिलहाल ये टीमें विभिन्न अस्पतालों में दौरा कर रही हैं।
सरकार द्वारा उठाए गए अन्य कदमों में, भारतीय रेलवे शकूर बस्ती रेलवे स्टेशन पर 800 बेड के साथ ट्रेन कोच उपलब्ध कराएगा। सीएपीएफ के डॉक्टर्स और पैरामैडिक्स की यहां पर तैनाती की जाएगी।
मंत्रालय ने बताया है कि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने बंगलूरू से 250 वेंटिलेटर भेजे हैं। सप्ताहांत तक वेटिंलेटरों के दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिल्ली हवाई अड्डे के पास डीआरडीओ कोविड सुविधा के लिए 35 बीआईपीएपी मशीनें वितरित की हैं। इसके अलावा, स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दिल्ली सरकार को 25 बाइपेप मशीनें प्रदान की जानी हैं।
सरकार ने बताया है कि दिल्ली में कोरोना को लेकर घर घर सर्वेक्षण की योजना है। सर्वेक्षण की शुरुआत सप्ताहांत से होगी और इसके 25 नवंबर तक पूरा होने की उम्मीद है। आईसीएमआर और दिल्ली सरकार ने आरटी-पीसीआर परीक्षण को बढ़ाने के लिए एक साथ काम करते हुए 60,000 परीक्षण किए हैं। 17 नवंबर तक परीक्षण क्षमता बढ़कर 10,000 परीक्षण प्रतिदिन हो गई है।
मंत्रालय ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देशानुसार भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) दिल्ली सरकार को 10 मोबाइल टेस्टिंग प्रयोगशालाओं को स्थापित करने के लिए मदद कर रहा है, ताकि दिल्लीवासियों के परीक्षण में तेजी लाई जा सके। इसके तहत परीक्षण क्षमता को चरणबद्ध तरीके से 20 हजार की कुल क्षमता तक ले जाएगा।
गृह मंत्रालय ने बताया है कि दिल्ली की प्रयोगशालाओं की परीक्षण क्षमता को 2000 तक पहुंचाने के लिए आईसीएमआर अधिक मैनपॉवर को तैनात कर रहा है। इसके अलावा शिफ्ट को बढ़ाया जा रहा है और निजी क्षेत्र की प्रयोगशालाओं की मदद ली जा रही है। नवंबर के आखिर तक प्रति दिन 60,000 आरटी-पीसीआर परीक्षणों के परीक्षण स्तर तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। इसने बताया कि एम्स सहित 5 आरटी-पीसीआर प्रयोगशालाओं ने पहले ही चौबीसों घंटे काम करना शुरू कर दिया है।