26 मई को केंद्र की मोदी सरकार के चार साल पूरे हो गए। इस मौके पर जहां सरकार में शामिल पार्टियां इसे सफल बता रही है, वहीं विपक्ष असफल। हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मोदी सरकार के चार साल को फ्लॉप बताया। कहा कि मैं केंद्र सरकार को 10 में से जीरो नंबर देता हूं।
निजी क्षेत्र में भी आरक्षण की मांग
उन्होंने मोदी सरकार को दलित और गरीब विरोध करार दिया। उन्होंने कहा कि हम निजी क्षेत्र में भी आरक्षण की मांग करते हैं। रोजगार में भी दलितों को आबादी के अनुपात में आरक्षण मिलना चाहिए। नोटबंदी, जीएसटी, बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ योजना, आर्थिक नीति, कृषि नीति, आदर्श ग्राम योजना, एससी- एसटी एक्ट समेत अन्य मुद्दे पर केन्द्र की एनडीए सरकार पूरी तरह से फेल रही। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिए जाने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पर दबाव बनाएं, तभी बिहार को विशेष राज्य दर्जा मिलेगा। इसके लिए उन्होंने नीतीश कुमार को सलाह दी कि वह विधानसभा भंग कर दें।
उन्होंने आगे कहा कि आज 24 घंटे में 25 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। उन्हें बीमा का लाभ नहीं मिल रहा है। किसानों को समर्थन मूल्य देने में सरकार झूठ बोल रही है। सरकार कहती है हम दोगुना समर्थन मूल्य दे रहे हैं जबकि हकीकत यह है कि उन्हें डेढ़ गुना भी नहीं मिल रहा है।
मोदी सरकार पर हमला करते हुए मांझी ने कहा कि आज लाल किला को भाड़ा पर दे दिया गया है। हो सकता है कि कल संसद को भी किसी को दे दिया जाये। सरकार झूठ की खेती कर रही है। न तो शहर स्मार्ट हो रहे हैं और न हीं लोगों को रोजगार मिल रहा है।
लोकसभा चुनाव के लिए महागठबंधन तैयार
मांझी ने कहा कि महागठबंधन 2019 लोकसभा चुनाव के लिए तैयार है। राजद प्रमुख लालू प्रसाद के स्वस्थ्य होते ही सभी घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर बैठक होगी