अमेरिकी राज्य मोंटाना ने चीनी ऐप टिक टॉक को बैन कर दिया है। मोंटाना टिक टॉक पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने वाला पहला अमेरिकी राज्य बन गया है। उन्होंने अपनी सुरक्षा को कड़ा करने के लिए यह फैसला किया है।
संयुक्त राज्य अमेरिका का एक राज्य मोंटाना ने चीनी ऐप टिक टॉक को बैन कर दिया है। मोंटाना टिक टॉक पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने वाला पहला अमेरिकी राज्य बन गया है। सुरक्षा चिंताओं को मद्देनजर रखते हुएस मोंटाना ने यह कदम उठाया है।
क्यों किया टिक टॉक बैन
ट्विटर पर रिपब्लिकन गवर्नर ग्रेग जियानफोर्ट ने मोंटाना में टिक टॉक पर प्रतिबंध की घोषणा करते हुए कहा कि मोंटाना ने टिक टॉक को बैन इसलिए किया है क्योंकि वह अपने पर्सनल और निजी डाटा को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ शेयर नहीं करना चाहता है। टिक टॉक सिर्फ एक ऐप है जो विदेशी विरोधियों से जुड़ा हुआ है। गियानफोर्ट ने ट्वीट किया कि आज मैंने राज्य के मुख्य सूचना अधिकारी को निर्देश दिया है कि वह किसी भी आवेदन पर प्रतिबंध लगा दें जो राज्य नेटवर्क के विदेशी विरोधियों को व्यक्तिगत जानकारी या डाटा प्रदान करता है।
गोपनीय जानकारी के लिए जोखिम है ऐप
उन्होंने कहा कि जब मोंटाना ने दिसंबर 2022 में सरकार द्वारा इस्तेमाल किए गए ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया था तो टिक टॉक ने गोपनीय राज्य की जानकारी के लिए एक महत्वपूर्ण जोखिम पैदा कर दिया था। अमेरिका में दोनों संघीय सरकार और आधे से अधिक राज्यों में वीडियो-शेयरिंग सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म पर बैन है।
वीचैट और टेलीग्राम भी हो सकते हैं बैन
एलए टाइम्स के अनुसार, टिक टॉक पर बैन को अदालत में चुनौती दी जाएगी। जियानफोर्ट ने बुधवार को यह भी कहा कि 1 जून तक, विदेशी दुश्मनों से जुड़े किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को सरकारी संपत्ति पर या मोंटाना में आधिकारिक गतिविधियों के लिए इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने वीचैट सहित कई ऐप का उल्लेख किया, जिसका मूल व्यवसाय चीन में स्थित है। वहीं, टेलीग्राम मैसेंजर जिसका कारोबार रूस में है।
10,000 डॉलर का लगेगा जुर्माना
मोंटाना में नए कानून के अंतर्गत यदि कोई वेबसाइट या ऐप स्टोर टिक टॉक को डाउनलोड करने का अवसर देता है, तो ऐसी स्थिति में प्रत्येक अवसर के लिए 10,000 डॉलर का जुर्माना लगेगा जबकि, उपयोगकर्ता जुर्माने के अधीन नहीं होंगे।