बृहस्पतिवार देर रात हुई बारिश के कारण देहात के कई क्षेत्रों में गेहूं, सरसों और अन्य दलहनी फसलें बेकार हो गई। आंधी और बारिश से फसल गिरने से किसानों के चेहरे मुरझा गए हैं। किसानों ने फसलों की क्षति का आकलन कर मुआवजे की मांग की है। बारिश के कारण कई क्षेत्रों में गन्ने की कटाई और छिलाई का काम बंद हो गया है तो कई इलाकों में गन्ने की बुुआई प्रभावित हुई है।
बारिश के कारण लक्सर के डुंगरपुर, अकोढा खुर्द, दरगाहपुर, करणपुर, दाबकी, हस्तमौली, न्यायमतपुर आदि गांवों में गेहूं, सरसों और अन्य तिलहनी फसलों को नुकसान पहुंचाया है। किसान महिपाल चौधरी, शेखर चौधरी, नकली राम सैनी, शिवकुमार गर्ग, चांद किरण सैनी आदि का कहना है कि लगातार हो रही बारिश से गेहूं की फसल जमीन में गिर गई है। फसल में पानी भरा हुआ है, ऐसे गेहूं की पैदावार प्रभावित हो रही है। सुल्तानपुर के किसान रजत शर्मा करणपुर के किसान सुशील चौधरी आदि का कहना है कि अगर इसी प्रकार बारिश होती रही तो गेहूं की फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी।
बारिश के कारण क्षेत्र में गन्ना कटाई और बुआई का काम भी प्रभावित हो गया है। किसानों ने क्षति का आकलन कर मुआवजे की मांग की है। वहीं खानपुर में भी बारिश ओर तेज हवाओं ने किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। क्षेत्र के किसान सुखबीर शर्मा, मदन सिंह, नफे सिंह, कर्म सिंह, सुशील चौधरी आदि का कहना है कि बारिश के कारण गेहूं और तिलहनी फसलों पर पानी भर गया है। अब गेहूं की फसल में दाना बनने की प्रक्रिया चल रही है। वहीं नारसन क्षेत्र में हुई बारिश और तेज हवाओं के कारण गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है।
झबरेड़ा में भी बारिश के बाद तेज हवा चलने से गेहूं की फसल जमीन पर गिर गई है। इकबालपुर, झबरेड़ा क्षेत्र में बेमौसम बारिश के चलते गेहूं की फसल को भारी क्षति पहुंची है। उधर, भगवानपुर में भी बारिश और हवा से खेतों में खड़ी गेहूं, सरसों और तोड़िया की फसल बर्बाद हो गई। ज्यादा नुकसान सिसौना, सिंकदरपुर, खुब्बनपुर, चौली, मानक मजरा, रुहालकी दयालपुर, पुुहाना, नन्हेड़ा, जहाजगढ़, अकबरपुर कॉलसो, सिकरोढ़ा और डाडा जलालपुर में हुआ है। किसान रामपाल, सतीश कुमार, गुल बहार, राजेश, प्रीतम आदि प्रशासन से नुकसान का आकलन कर मुआवजा देने की मांग की है।