औरंगाबाद में रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘हमारे पीएम ने क्या कहा? यह बिहार रेजिमेंट के बहादुर जवान थे जिन्होंने गलवां में चीन को करारा जवाब दिया था। उड़ी में भी बिहार के जवान शामिल थे। बिहार बहादुरों की भूमि है। भव्य राम मंदिर बनाया जा रहा है। कुछ लोगों को इससे समस्या है। उनके पास अनुच्छेद 370 (निष्प्रभावी) के मुद्दे भी हैं। मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं, ‘दो निशान दो प्रधान’ नहीं होगा। हर जगह केवल तिरंगा होगा।’
बिहार में कोरोना संकट के बीच बुधवार को पहले चरण के लिए मतदान होने वाले हैं। ऐसे में सोमवार को पहले चरण के लिए होने वाले चुनाव के प्रचार का आखिरी दिन है। ऐसे में कई बड़े नेता आज राज्य में चुनावी रैलियां कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। साथ ही शराबबंदी पर उन्हें घेरा है। इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा है कि शराब माफिया मुझे सत्ता से हटाना चाहते हैं। इसके अलावा प्याज को लेकर तेजस्वी यादव ने भाजपा को घेरा है।
औरंगाबाद में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, ‘क्या पीएम मोदी के नेतृत्व में सभी सीमाएं सुरक्षित नहीं हुई हैं? पिछले छह वर्षों में, अरुणाचल प्रदेश से गलवां तक 4700 किलोमीटर लंबी 4 लेन की सड़कों का निर्माण किया गया है ताकि जवानों को जब भी आवश्यकता हो, बिना किसी देरी के सीमाओं तक पहुंच सकें।’
लखीसराय में एक रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी के खिलाफ बिहार में माहौल बनाया जा रहा है। ऐसा करने वाले असल में खुद धंधेबाज हैं। धंधेबाज लोग ही इस कानून के खिलाफ माहौल बनाने में लगे हुए हैं। शराब माफिया चाहते हैं कि किसी तरह उन्हें सत्ता से हटाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘आज से पांच साल पहले और उससे पहले भी महिलाएं शराबबंदी की मांग किया करती थीं। हमने वादा किया था कि शराबबंदी लागू करेंगे। सत्ता में आए तो कर दिया। अब इससे बौखलाए शराब माफिया उन्हें सत्ता से हटाना चाहते हैं। जितने धंधेबाज हैं सब आरोप लगा रहे हैं।’