क्रिकेटर मुहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां अब इलाहाबाद हाईकोर्ट में खुद बहस करेंगी। पिछले वर्ष अमरोहा स्थित अपनी ससुराल में वह बेटी के साथ अचानक पहुंच गई थीं। उनके पति क्रिकेटर शमी के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आधी रात में हसीन जहां को घर से लाकर जिला अस्पताल में रख दिया था।
सुबह उनका शांतिभंग में चालान कर दिया। इससे नाराज हसीन जहां ने अपने व मासूम बेटी से क्रूर व अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए पुलिस के खिलाफ याचिका दायर की है।
क्रिकेटर पति मोहम्मद शमी व उनके परिजनों के खिलाफ दहेज उत्पीडऩ व अभद्रता का आरोप लगाते हुए हसीन जहां ने कोलकाता में मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद पिछले साल 28 अप्रैल को वह अपनी बेटी आयरा के साथ डिडौली थानाक्षेत्र के सहसपुर अलीनगर स्थित अपनी ससुराल पहुंच गईं।
उस वक्त घर में शमी के परिजन मौजूद थे। उन्होंने हसीन के जबरन घर में घुसने की शिकायत पुलिस से की। जबकि हसीन जहां का दावा था कि ससुराल में उनका कानूनी हक है, उन्हें यहां से कोई नहीं हटा सकता। मामला पुलिस के उच्चाधिकारियों तक पहुंचा।
इसके बाद आधी रात को अचानक शमी के घर पहुंची डिडौली पुलिस हसीन जहां को उनकी बच्ची आयरा के साथ वहां से ले आई। पुलिस ने मां- बेटी को रातभर जिला अस्पताल में रखा। सुबह उनके खिलाफ शांतिभंग का मुकदमा दर्ज कर एसडीएम कोर्ट में पेश किया था।
यहां से मुचलकों पर हसीन जहां को जमानत मिल गई। हसीन जहां का आरोप था कि बिना किसी वजह के पुलिस ने उन्हें आधी रात में गाउन में ही जबरिया घर से उठा लिया। रात भर भूखे-प्यासे बच्ची समेत उन्हें जिला अस्पताल के एक कमरे में बंद रखा।
जहां पूरी रात उन्हें मच्छर काटते रहे। बाहर निकालने की बात कहने पर पुलिस कर्मियों ने उनके साथ अभद्रता की। इन आरोपों के साथ हसीन जहां ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में पुलिस के खिलाफ याचिका दाखिल की थी। कोर्ट ने अमरोहा पुलिस को नोटिस देकर जवाब तलब किया था।
पुलिस ने भी कोर्ट में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर दिया है। हसीन जहां का आरोप है कि जिस तरह शमी ने पुलिस पर अपना प्रभाव जमाया था, उसी तरह अधिवक्ताओं को भी दबाव में ले रहे हैं। यही वजह है कि उनके अधिवक्ता ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर मुकदमा लडऩे से मना कर दिया।
इसके बाद जिस अधिवक्ता को फाइल दी वह भी कार्रवाई कराने के बजाय बहानेबाजी कर रहे हैं। कहा इससे शमी की दखलंदाजी की पुष्टि हो गई है। अब वह खुद इलाहाबाद जाकर हाईकोर्ट में अपनी बात रखेंगी। बिना किसी अधिवक्ता के खुद अपने इस मामले में पुलिस के खिलाफ जिरह भी करेंगी।
इस संबंध में मोहम्मद शमी के भाई हसीब ने कहा शमी ने न तो पुलिस पर कभी कोई दबाव बनाया और न ही किसी अधिवक्ता पर। कहा कोर्ट में सुनवाई के बाद हकीकत सामने आ जाएगी।