मुजफ्फरनगर बवाल के संबंध में अब तक 48 लोग गिरफ्तार हुए हैं। इनमें थाना सिविल लाइंस में रविवार देर शाम तक कुल 32 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें 20 लोग मुजफ्फरनगर जनपद और 12 आरोपी गैर जनपद के शामिल हैं। इनमें से एक मध्य प्रदेश के भोपाल और एक लेह-लद्दाख के कारगिल का भी रहने वाला है।
इसके अलावा कोतवाली पुलिस ने भी 16 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए बाहरी लोगों में भोपाल, सुल्तानपुर, लेह लद्दाख, कारगिल, सहारनपुर, मेरठ और शामली के लोग शामिल है। इनमें अधिकांश मदरसों के छात्र है और शादात हास्टल में रह रहे थे। पुलिस का दावा है कि इनको मौके से पकड़ा गया है।
एसओ सिविल लाइंस समयपाल अत्री ने बताया कि जो 12 आरोपी गैर जनपद के गिरफ्तार हुए हैं, उन्हें बवाल के समय अलग-अलग स्थानों पर मौके से रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के समय उक्त सभी के हाथों में ईंट के टुकड़े, पत्थर या फिर डंडे भी बरामद किए गए थे।
गैर जनपद के सभी आरोपियों की उम्र 18 से 22 साल के बीच है, जो जनपद में ही किसी न किसी मदरसे में रह रहे थे और विरोध प्रदर्शन में शामिल होने जा पहुंचे थे। इन सभी आरोपियों को अन्य के साथ ही जेल भेज दिया गया है।जनपद में जो भी बाहर से छात्र मदरसे या अन्य शिक्षण संस्थान में पढ़ने के लिए आते हैं, उन सभी का ब्योरा एलआईयू के माध्यम से समय-समय पर अपडेट किया जाता है। सभी की जांच-पड़ताल भी की जाती रही है। सीएए को लेकर शुक्रवार को जो बवाल हुआ, उसमें शामिल होने के लिए एक अलग तरीके की धर्म आधारित अपील की गई थी, जिसमें फंसकर शहर के आर्यसमाज रोड स्थित सादात हॉस्टल से भी छात्र विरोध प्रदर्शन में शामिल होने पहुंच गए थे। हॉस्टल के जो 12 छात्र जेल भेजे गए हैं, उनकी उपद्रव में भूमिका पाई गई है। इससे पहले करीब 40 छात्रों को सादात हॉस्टल से हिरासत में लिया गया था, जिनमें से 28 को जांच में बेकसूर पाए जाने के बाद छोड़ भी दिया गया था