मुंबई, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने 2021 में शुरू किए गए अपने ‘मिशन जीवन रक्षक’ के तहत मुंबई मंडल के रेलवे स्टेशनों और पटरियों पर 47 लोगों की जान बचाई। मिली जानकारी के अनुसार अधिकतर मामलों में आरपीएफ कर्मियों ने उन यात्रियों की जान बचाई जो मुंबई उपनगरीय/गैर-उपनरीय नेटवर्क में रेलगाड़ियों में चढ़ते या उतरते समय लापरवाही करते थे और अपनी जान जोखिम में डालते थे।
आरपीएफ कर्मियों ने न केवल हादसों को टाला बल्कि लोगों को आत्महत्या के प्रयास से भी बचाया। बचाये गए 47 लोगों में से 11 कल्याण स्टेशन से, 10 दादर, छह ठाणे में, चार एलटीटी में, तीन पनवेल में, दो-दो कुर्ला और वडाला रोड पर, एक-एक तुर्भे, टिटवाला, रोहा, कसारा में, बचाए गए थे। डोंबिवली, घाटकोपर, भायखला, दिवा और सीएसएमटी मेनलाइन स्टेशन पर ज्यादातर लंबी दूरी की ट्रेनों में चढ़ने या उतरने के दौरान बचाये गए थे।
हाल ही में, 26 दिसंबर को, RPF के एक सिपाही ने यूपी के एक यात्री को ठाणे स्टेशन पर ट्रेन में चढ़ने की कोशिश में फिसलते हुए देखा। ट्रेन के गार्ड ने भी यह देखा और तुरंत प्रेशर कम किया और ट्रेन को रोक दिया, जिससे यात्री को मौत से बचाया जा सके।
इसी तरह 17 दिसंबर 2021 को हुई एक अन्य घटना में आरपीएफ कांस्टेबल आर.के मीणा ने पनवेल स्टेशन पर प्लेटफॉर्म ड्यूटी करते हुए कामोठे निवासी एक महिला यात्री को देखा वह पनवेल ट्रेन संख्या 15066 पनवेल-गोरखपुर में चढ़ने का प्रयास करते हुए ट्रेन और प्लेटफार्म के मध्य फिसल कर गिर गई, उसने तुरंत कार्रवाई करते हुए महिला यात्री को सुरक्षित बाहर निकाला और उसकी जान बचाई। अपनी सतर्कता और साहस से कई यात्रियों की जान बचाकर रेलवे सुरक्षा बल के ये बहादुर सैनिक ईश्वर के दूतों के प्रतीक बन गए हैं।