नई दिल्ली। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में एक विज्ञापन दिखाया जा रहा था, जिसमें भगवान गणेश मेमने के मीट को खाने की वकालत करते दिख रहे हैं। मीट एंड लाइवस्टॉक ऑस्ट्रेलिया (एमएलए) द्वारा जारी इस ऐड का ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले हिंदुओं ने विरोध किया था। हिंदू समुदाय ने विज्ञापन वापस लेने की मांग की थी। इसके बाद भारत में भी इस ऐड को लेकर लोग भड़क गए।
जब से इस मामले ने तूल पकड़ा है, तब से ऑस्ट्रेलियाई प्रशासन ने इसकी गंभीरता को समझा और इस ऐड को विरोध के बाद हटा लिया गया है। एमएलए ने यह ऐड ‘यू नेवर लैंब अलोन’ के बैनर तले अभियान के रूप में जारी किया था। मगर इस ऐड से हिंदू समुदाय के लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
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यू ट्यूब ने बंद कर दिया विज्ञापन
भारतीय उच्चायोग ने जानकारी दी कि सिडनी में भारत के महावाणिज्य दूत ने इस मामले को सीधे मीट ऐंड लाइवस्टॉक ऑस्ट्रेलिया के समक्ष उठाते हुए उनसे इस ऐड को हटाने की मांग की। कई सामुदायिक संगठनों ने भी ऑस्ट्रेलिया की सरकार और ‘मीट ऐंड लाइवस्टॉक ऑस्ट्रेलिया’ के सामने विरोध दर्ज कराया। यू ट्यूब ने इस वीडियो को बंद कर दिया है।
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क्या था विज्ञापन में
विज्ञापन में भगवान गणेश के अलावा ईसा मसीह, गौतम बुद्ध, थॉर तथा जीसस खाने की एक मेज के चारों ओर बैठे हुए हैं। उन्हें मेमने का मांस खाते हुए दिखाया गया है। इंडियन सोसाइटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के प्रवक्ता ने विज्ञापन को असंवेदनशील करार दिया है।
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हुआ विरोध
अन्य लोगों ने भी इस विज्ञापन को लेकर सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की थी। हिंदू काउंसिल ऑफ इंडिया ने कहा था कि भगवान गणेश को लेकर बनाए गए विज्ञापन से उन्हें गहरी ठेस लगी है। हिंदुओं को यह आघात पहुंचाने वाला है। इसका प्रसारण तत्काल बंद होना चाहिए।
ये है विज्ञापन…
https://www.facebook.com/GaonConnection/videos/1423705931016371/