रूपाली अब अपने पति की विरासत को आगे बढ़ाते हुए उनके अधूरे कार्यों को पूरा करना चाहती हैं। विधायक पति सत्यजित विश्वास और बेटे को संभालने में ही उनका दिन बीत जाता था। सरस्वती पूजा की रात उनकी जिंदगी की न भूलने वाली रात साबित हुई। घर के पास बने एक पंडाल में सरेआम गोली मार कर पति की हत्या कर दी गई थी। पति के गम में बहने वाले आंसू अभी सूखे भी नहीं थे कि मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने उनको लोकसभा चुनावों में नदिया जिले की रानाघाट सीट से उम्मीदवार घोषित कर दिया। इसके साथ ही रूपाली विश्वास के जीवन में एक और लड़ाई शुरू हो गई। इस सीट पर चौथे चरण में 29 अप्रैल को मतदान होना है।