सुपर कॉरिडोर की तुलना वॉशिंगटन से की तो कांग्रेसियों ने हल्ला मचाया। हमारे सांवेर की सड़कें भी विदेश के गांवों से अच्छी हैं। हमारी सरकार मालवा को लंदन बनाएगी। कांग्रेसियों ने तो गुलामी का चश्मा पहन रखा है। उन्हें विदेश से प्रदेश के शहरों-सड़कों की तुलना पसंद नहीं आती है। उन्हें तो विदेश ही भाता है।
यह बात मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने सोमवार को मांगलिया में जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान आयोजित सभा में कही। उन्होंने कहा कि,” मालवा में पहले नर्मदा-शिप्रा नदी का संगम हुआ। इस साल नर्मदा से गंभीर को मिलाया है। किसानों को खेतों के लिए पानी मिलेगा तो हमारे गांव भी समृद्ध हो जाएंगे। कांग्रेस के शासनकाल में सिर्फ बंटाढार हुआ है। पूरी एक पीढ़ी बर्बाद हुई है। स्कूलों में शिक्षक नहीं रहते थे, खेतों में सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलता था।”
सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि, “हमारी सरकार ने हर वर्ग की चिंता की। कांग्रेस व्यापारी-उद्योगपतियों की पार्टी है। कांग्रेसियों को किसान का मुख्यमंत्री बने रहना पसंद नहीं है, इसलिए वे मेरा विरोध करते हैं। मेरे खिलाफ षड्यंत्रों का जाल बुनते हैं। चुनाव आयोग से योजनाओं की शिकायत की जा रही है। अदालतों में याचिकाएं लगाई जाती हैं, लेकिन उनका दांव उलटा पड़ जाता है।”
कोर्ट ने पिछले दिनों दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ पर मुकदमा दर्ज करने के लिए कहा। करीब एक घंटा रुकने के बाद मुख्यमंत्री खातेगांव के लिए रवाना हो गए।
सभा में विधायक राजेश सोनकर ने कहा कि सांवेर प्रदेश की विकासशील विधानसभाओं में से एक है। ज्यादातर गांवों में सड़कों का नेटवर्क है। सरकार ने क्षेत्र के विकास में कोई कमी नहीं आने दी।
दावेदारों ने दिखाई ताकत, पदाधिकारियों ने दी चेतावनी
सभा में सांवेर विधानसभा से दावेदारी कर रहे दूसरे नेताओं ने भी शक्ति प्रदर्शन किया। सभास्थल पर बैनर, ढोल-ढमाकों के साथ दावेदार आकर नारेबाजी करने लगे तो मंच पर बैठे पदाधिकारी नाराज हो गए।
एमआईसी मेंबर सूरज कैरो के समर्थक आगे खड़े होकर पोस्टर लहराने लगे, तो भाजपा नेता बाबूसिंह रघुवंशी ने मंच से नारेबाजी न करने और पीछे बैठने की हिदायत दी। एक अन्य पदाधिकारी ने तो नारेबाजी करने पर अनुशासनहीनता के तहत कार्रवाई करने की चेतावनी तक दे डाली।
सावन सोनकर भी सभा में अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ पहुंचे। सभा में जिलाध्यक्ष अशोक सोमानी, जिला पंचायत अध्यक्ष कविता पाटीदार, देवराज सिंह परिहार, कंचन सिंह चौहान सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।