उत्तर प्रदेश में कुछ मदरसों के करीब हजारों छात्रों को परीक्षा से वंचित रहना पड़ सकता है. इसके लिए कारन यूपी में रजिस्टर्ड मदरसों और सरकारी वित्तीय सहायता प्राप्त प्रबंधक की लापरवाही को बताया जा रहा है. आपको बता दे कि, मदरसा बोर्ड के 8वीं कक्षा के ऊपर के छात्रों को यह लापरवाही भुगतनी पड़ सकती है. लेकिन इन सबके बीच खबर आई है कि, यूपी मदरसा शिक्षा बोर्ड की वार्षिक परीक्षाएं मार्च के अन्तिम सप्ताह में शुरू की जा सकती है.
प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, परीक्षा की रुपरेखा को अभी तैयार किया जा रहा है. बोर्ड के मुताबिक़, परीक्षा सेंटर बनाने के अलावा परीक्षा के लिये अन्य जरूरी कामों को जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा जिस से परीक्षा में कोई परेशानी ना आयें. इस साल से मदरसा शिक्षा बोर्ड को ऑनलाइन कर दिया गया है.
बोर्ड के रजिस्ट्रार राहुल गुप्ता के मुताबिक, परीक्षा फॉर्म भरने की निर्धारित तारीख 20 जनवरी को बढ़ाया नहीं जाएगा. रजिस्ट्रार ने बताया कि, इस साल से मदरसा पोर्टल के जरिए बोर्ड परीक्षा को आसान बनाने की कोशिश की गई है, जिसके अच्छे परिणाम भी सामने आ रहे हैं. पोर्टल पर 3691 8वीं कक्षा से ऊपर के छात्रों (आलिया )और उच्च आलिया स्तर के मदरसों ने अपना ब्योरा अपलोड कर दिया है, जो पिछले साल 2773 मदरसों की तुलना में तकरीबन एक हजार से ज्यादा है. इनमें पढ़ाई कर रहे 268098 छात्र-छात्राएं ऑनलाइन आवेदन कर परीक्षा में शामिल हो सकेंगे. हालांकि, प्राइवेट फॉर्म भरने वाले परीक्षार्थियों के परीक्षा फॉर्म संबंधित प्रधानाचार्य के पास जमा किए जाएंगे.