ज्योतिषशास्त्र के अनुसार व्यक्ति के शरीर का हर अंग कई तरह की बातों को बयां करता है ऐसा ही कुछ माथें पर नजर आने वाली लकीरों को लेकर भी है व्यक्ति के माथे की लकीरें इंसान के भूतकाल, वर्तमान और भविष्य तीनों तरह की बातों से रुबरु करवाती है तो वही यह माथें की लकीरें आपके अच्छे भाग्य की और भी इशारा करती है।
ज्योतिष शास्त्रों के मुताबकि माथे की बनावट और उस पर पड़ने वाली रेखाओं से व्यक्ति के भविष्य के बारे में बहुत सारी जानकारियां हमें मिल सकती है सामुद्रिक शास्त्र या ज्योतिष शास्त्र की एक ऐसी विधा है जिसके माध्यम से किसी भी व्यक्ति के शारीरिक बनावट या अंगो के आधार पर उसके बारे में काफी कुछ मालूम किया जा सकता है
अगर किसी के माथे पर बल पड़ने पर चार लकीरें एक साथ उभरती है। जो कि एक ओर से दूसरी ओर कनपटी को छूती हों तो ऐसी लकीरें व्यक्ति के माथे पर होना बेहद उत्तम माना जाता है ऐसे व्यक्ति से ज्यादा और कोई भाग्यशाली नही है साथ ही ऐसा व्यक्ति दीर्घायु आयु का होता है ऐसे व्यक्ति को किसी भी चीज को पाने केलिए ज्याद प्रयत्न नही करना पड़ता है उसे सबकुछ आसानी से मिल जाता है।
अगर किसी व्यक्ति के माथे पर एक रेखा ही बनती है तो इसका मतलब है कि उस व्यक्ति का भाग्य 25 वर्ष की आयु में खुलता है और तभी उसे सभी सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनके माथे पर बल पड़ने पर कई सारी रेखाएं एक साथ उभरकर आती है ऐसा व्यक्ति हमेशा से ही परेशानियों से घिरा रहता है लेकिन यह लोग फिर भी प्रसन्नचित रहते है लेकिन मन ही मन घुटते रहते है।
वही माथे पर उभरती रेखाएं प्रेम की कामयाबी को दर्शाती हैं, जिनके माथे पर ऐसी रेखाएं हो ऐसे व्यक्तियों के जीवन में हमेशा प्रेम बना रहता है साथ ही उनका प्रेम विवाह भी सफल होता है।
अगर किसी व्यक्ति के माथे पर तीन लकीरें पड़े तो ऐसे व्यक्ति को आर्थिक हानि उठानी पड़ती है और ऐसे व्यक्तियों के पास पैसा कभी नही टिक पाता है और ऐसे व्यक्ति आर्थिक परेशानियों से झूझते रहते है।
अगर किसी स्त्री या पुरुष के मस्तिष्क पर त्रिकोणयुक्त रेखाएं दिखाई देंवे तो ऐसा व्यक्ति राजकीय संपत्ति का मालिक होता है और ऐसे व्यक्ति के पास सभी तरह के सुख साधन बने रहते है।
वही अगर किसी व्यक्ति के माथे पर त्रिसुल चिन्ह बना रहता है तो ऐसे व्यक्ति को जीवन में धन और संतान का बेहतर सुख प्राप्त होता है।