दशहरा मैदान के पास एक बच्चे का जबरन धर्म परिवर्तन करने का प्रयास किया गया। एक रेहड़े वाले ने 10 वर्षीय हिंदू बच्चे का खतना (गुप्तांग का अगला हिस्सा काटना) कर दिया। घायलावस्था में उसे सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया।
नाबालिग बच्चे ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। उसकी माता की मौत हो चुकी है। पिता ने दूसरा विवाह कर लिया है। वह घूमता हुआ माछीवाड़ा आ गया था। यहां वह कुछ दिनों से जूस वाली रेहड़ी पर नौकरी करने लगा और उसके घर ही रहने लगा।
बच्चे के अनुसार दो दिन पहले जूस वाले ने उसके गुप्तांग का अगला हिस्सा चाकू से काट दिया। घायलावस्था में वह किसी तरह उसके घर से भाग निकला। माछीवाड़ा कैंटर यूनियन में आकर उसने लोगों को सारी बात बताई। कैंटर यूनियन ने उसे माछीवाड़ा सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया और इस संबंधी सूचना पुलिस को दी। बच्चे के चाचा भी आ गए हैं।
धार्मिक जत्थेबंदियों ने जाना हाल, कार्रवाई की मांग
उधर, इलाके के धार्मिक संगठनों के नुमाइंदों ने अस्पताल में जाकर घायल हुए बच्चे का हाल पूछा और जबरन धर्म परिवर्तन करने की निंदा की। विश्व हिंदू परिषद के नेता स्वामी सूरिया, नगर कौंसिल के पूर्व प्रधान दलजीत सिंह गिल, दुर्गा शक्ति मंदिर कमेटी प्रधान अशोक सूद, सनातन धर्म कमेटी के प्रधान संजीव पांधी, सर्वहितकारी सभा के सचिव नरेश खेड़ा, संजीव महिंदरू और गंगा नंद भूरी वाले सेवा समिति के चेयरमैन चरनजीत थोपिया ने पुलिस प्रशासन से मांग की कि बच्चे के साथ जिसने भी यह घिनौनी हरकत की है, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।