शहीद-ए-आजम भगत सिंह की सोमवार को 113वीं जयंती है। उनका जन्म 28 सितंबर 1907 को अविभाजित भारत के लायलपुर जिले में बंगा में हुआ था। यह जगह अब पाकिस्तान में आती है।
23 मार्च, 1931 को उन्हें असेंबली में बम फेंकने के जुर्म में अपने साथियों राजगुरु और सुखदेव के साथ अंग्रेजी हुकूमत ने फांसी पर चढ़ा दिया था। उनके जन्मदिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें याद करते हुए प्रेरणा का अक्षुण स्रोत बताया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वीरता एवं पराक्रम की उनकी गाथा देशवासियों को युगों-युगों तक प्रेरित करती रहेगी।
मोदी ने ट्वीट के साथ अपने ‘मन की बात’ संबोधन की एक क्लिप भी साझा की, जिसमें उन्होंने सिंह को श्रद्धांजलि दी थी।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘मां भारती के वीर सपूत अमर शहीद भगत सिंह की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। वीरता और पराक्रम की उनकी गाथा देशवासियों को युगों-युगों तक प्रेरित करती रहेगी।’
वहीं गृह मंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘अपने परिवर्तनकारी विचारों व अद्वितीय त्याग से स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा देने वाले और देश के युवाओं में स्वाधीनता के संकल्प को जागृत करने वाले शहीद भगत सिंह जी के चरणों में कोटि-कोटि वंदन। भगत सिंह जी युगों-युगों तक हम सभी देशवासियों के प्रेरणा के अक्षुण स्त्रोत रहेंगे।’