गाजियाबाद। मसूरी थाना क्षेत्र में घर से बुलाकर गौतमबुद्धनगर में गला रेतकर की गई युवक की हत्या मामले की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। युवक सूरज की हत्या उसी के दोस्तों ने एक महिला से अवैध संबंधों के चलते की थी। पुलिस ने दोनों आरोपी दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त कार व गंडासा बरामद किया है। इस मामले में महिला की भूमिका की पुलिस अभी जांच कर रही है। मामले में संलिप्तता होने के बाद पुलिस महिला के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी।
अवैध संबंध के चलते मर्डर
शुक्रवार को आयोजित एक प्रेसवार्ता में एसपी देहात अरविंद मौर्य ने बताया कि पकड़े गए आरोपी मसूरी निवासी राकेश सैनी व राकेश जाटव हैं। उन्होंने बताया कि राकेश सैनी की मृतक सूरज से पुरानी दोस्ती थी। राकेश के डासना निवासी एक महिला से अवैध संबंध थे। कुछ समय पूर्व राकेश के महिला से संबंध टूट गए थे और सूरज के संबंध महिला से बन गए थे। इसके चलते राकेश सूरज से रंजिश मानने लगा था। इसी रंजिश के चलते राकेश सैनी ने अपने दोस्त राकेश जाटव के साथ मिलकर सूरज की हत्या कर दी।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
सीओ सदर राजकुमार पांडेय ने बताया कि 15 जनवरी को सूरज अपने घर पर था। इस दौरान दोनों आरोपी दावत के बहाने उसे घर से बुलाकर अपने साथ मारुति 800 कार से अपने साथ ले गए। मसूरी क्षेत्र में उन्होंने कार में बैठकर शराब पी और कुछ देर बाद गौतमबुद्धनगर के बादलपुर थाना क्षेत्र के छडौली बंबे के पास पहुंचे। यहां बैठकर भी तीनों ने शराब पी और खाना खाया। सूरज के नशे में होने पर दोनों आरोपियों ने कार में से गंडासा निकालकर उसकी गर्दन पर वारकर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गए। 16 जनवरी को गौतमबुद्धनगर ने शव बरामद कर शिनाख्त कर मसूरी पुलिस को सूचना दी।
ये हुई थी घटना
मसूरी थाना क्षेत्र के डासना स्थित माता कॉलोनी निवासी सूरज (18) पुत्र विनोद 15 जनवरी को लापता हो गया था। परिजनों द्वारा काफी तलाश करने पर जब उसका पता नहीं लगा तो सूरज की मां बीना ने मसूरी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। सूरज का शव मिलने के बाद पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी।
ऐसे पकड़ में आए आरोपी
घटना के बाद पुलिस ने सूरज के मोबाइल फोन को सर्विलांस पर लिया। इसमें पुलिस को राकेश सैनी का नंबर मिला। पुलिस ने राकेश के फोन को इलेक्ट्रानिक सर्विलांस पर लिया और उसकी गतिविधियों पर नजर रखी। गतिविधियों संदिग्ध होने पर पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया तो मामले का पर्दाफाश हो गया।