नई दिल्ली। लाभ के पद में फंसे आप विधायकों से पार्टी में क संकट के बीच आप के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास ने महाराष्ट्र में अपनी कविताओं के जरिये केजरीवाल और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर जमकर निशाना साधा। कुमार विश्वास ने अहमदनगर में आयोजित एक कवि सम्मेलन में कहा कि वह शनि भगवान को नमन करते हैं कि वह दुष्टों के सिर पर ऐसे ही तांडव करते रहें और सज्जनों को बचाते रहें।
उन्होंने कहा कि मंच पर विराजमान लोगों का किसी भी क पार्टी से कोई वास्ता नहीं है और आप से कुमार विश्वास का कितना ताल्लुक है ये तो सभी जान ही गए हैं। उनके इस अंदाज को श्रोताओं ने खूब सराहा। कुमार ने यह भी साफ किया कि उनके पैरों की जूती है और कविता सिर की पगड़ी है।
जब कई बार अहंकारी राजसत्ताएं आपकी इस पगड़ी पर हाथ डालने लगे, तो इस जूती को हाथ में उठाना पड़ता है। जो मंच पर होता है, वह सोचता है कि उसके पास ज्यादा अधिकार है, चाहे वो संत हो या आम आदमी या राजा ही सही, थोड़ा तो स्वाभिमान आ ही जाता है। सांसों की सीमा निश्चित है, इच्छाओं का अंत नहीं है, जिसकी कोई इच्छा न हो ऐसा कोई संत नहीं है। विश्वास ने रामायण की घटनाओं का वर्णन करते हुए कहा कि जिस राम के लिए हनुमान ने सारा जीवन दे दिया, जिस राम के लिए उनके पीछे-पीछे चल दिए, वहीं राम आज उनकी बात नहीं मान रहे हैं।
मानो वह खुद को इस स्थिति में रख रहे हों। केजरीवाल पर तंज करते हुए कहा कि अन्ना आंदोलन से जुड़े सभी लोगों ने में अपनी एक जगह बना ली है और अन्ना को भूल गए हैं। कुमार विश्वास ने उन्हें याद दिलाया कि पिछले पांच वषों में में जितने भी चन्द्रगुप्त पैदा हुए हैं, उनकी जन्मस्थली रालेगांव सिद्धि है, लेकिन चंद्रगुप्तों को याद रखना चाहिए कि चन्द्रगुप्त तो मिट गए, लेकिन चाणक्य आज भी हैं।