मुंबई के मझगांव डॉकयार्ड में नौसेना के निर्माणाधीन युद्धपोत में शुक्रवार शाम भीषण आग लग गई। कुछ घंटों के प्रयास के बाद आग पर काबू पा लिया गया लेकिन तब तक बजेंद्र कुमार (23) नाम के युवक बुरी तरह झुलस चुका था। बाद में उसकी मौत हो गई। आग से जहाज के दूसरी और तीसरी मंजिल पर स्थित डेक को नुकसान हुआ है।
अग्निकांड का शिकार हुआ विशाखापत्तनम अपनी तरह के युद्धपोतों में सबसे बड़ा है। इसका निर्माण अप्रैल 2015 में शुरू हुआ था। यह 15-बी श्रेणी के चार युद्धपोतों में पहला है और यह गाइडेड मिसाइल से बचने के लिए स्टील्थ क्षमता वाला है।
मुंबई अग्निशमन विभाग के प्रमुख पीएस रहंगदाले के अनुसार आग निर्माणाधीन युद्धपोत की दूसरी मंजिल के डेक से भड़की। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की आठ गाडि़यां मौके पर भेजी गईं। उन्होंने डॉकयार्ड की फायर कंट्रोल टीम के साथ मिलकर आग को काबू करने का काम शुरू किया। धुंए से भरे जहाज में ढांचे में घुसकर अग्निशमन कर्मियों ने आग को फैलने से रोका। आग लगने के कारण फिलहाल पता नहीं चला है। मझगांव डॉकयार्ड देश का अकेला नौसैनिक युद्धपोत और पनडुब्बी बनाने की क्षमता वाला संस्थान है।