2021 और 2022 में ग्रांट की राशि 86 मिलियन डॉलर निर्धारित थी। राजघराने को यह रकम आधिकारिक यात्रा, संपत्ति के रखरखाव और बकिंघम पैलेस के खर्चों के लिए आवंटित की जाती है।
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार को निधन हो गया। 96 वर्ष की आयु में उन्होंने स्कॉटलैंड स्थित आवास पर अंतिम सांस ली। महारानी के निधन के बाद उनकी संपत्ति को लेकर चर्चाएं जारी हैं। अब उनके पास कितनी संपत्ति थी? निधन के बाद इसका हकदार कौन होगा? आय का स्त्रोत क्या था? जैसे सवाल उठ रहे हैं। ब्रिटिश राजघराने के इस आर्थिक पहलू को विस्तार से समझते हैं।
महारानी को कैसे होता था भुगतान
महारानी को आय सोवरिन ग्रांट नाम के टैक्सपेयर फंड से होती थी, जो ब्रिटिश राजघराना हर साल हासिल करता था। अब सवाल है कि यह ग्रांट क्या है। दरअसल, इसकी शुरुआत किंग जॉर्ज तृतीय की तरफ से किए गए एक समझौते से होती है। उन्होंने अपने और आने वाली पीढ़ियों को सालाना भुगतान के लिए अपनी आय सरेंडर कर दी थी। पहले इसे सिविल लिस्ट कहा जाता था। 2012 में इसे सोवरिन ग्रांट कहा गया।
2021 और 2022 में ग्रांट की राशि 86 मिलियन डॉलर निर्धारित थी। राजघराने को यह रकम आधिकारिक यात्रा, संपत्ति के रखरखाव और बकिंघम पैलेस के खर्चों के लिए आवंटित की जाती है। हालांकि, महारानी को सालाना सैलरी नहीं मिलती है।
महारानी के पास कितनी थी संपत्ति और अब किसकी होगी?
खबर है कि महारानी अपने पीछे 500 मिलियन डॉलर की संपत्ति छोड़कर गई हैं। यह उन्होंने 70 साल गद्दी पर रहने के बाद हासिल की थी। खबर है कि महारानी के निधन के बाद यह गद्दी प्रिंस चार्ल्स को मिलेगी। फिलहाल, यह कहना जटिल है कि अब संपत्ति का क्या होगा। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसे रॉयल फर्म से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
अब सवाल कि क्या है रॉयल फर्म? यह 28 बिलियन डॉलर का साम्राज्य है, जिसे किंग जॉर्ज 6 और प्रिंस फिलिप जैसे राजघराने के सदस्य ‘फैमिली बिजनेस’ बता चुके हैं। इस फर्म को मोनार्की पीएलसी के नाम से भी जाना जाता है। यह हाउस ऑफ विंडसर के वरिष्ठ सदस्यों और लोगों का एक समूह है, जिसकी प्रमुख महारानी थीं। इसके जरिए यूके की अर्थव्यवस्था में कार्यक्रम और पर्यटन के जरिए बड़ी रकम जुटाई जाती थी।
क्राउन एस्टेट को समझें
क्राउन एस्टेट में भूमि और अन्य चीजें शामिल हैं। हालांकि, इन्हें महारानी की निजी संपत्ति नहीं कहा जा सकता। जून में क्राउन एस्टेट ने 2021-22 के लिए 312.7 मिलियन डॉलर के राजस्व मुनाफे की जानकारी दी थी।
महारानी की निजी संपत्ति
खबर है कि महारानी के पास 500 मिलियन डॉलर से ज्यादा की निजी संपत्ति थी। जिसे उन्होंने निवेश, आर्ट कलेक्शन, जेवर और रियल एस्टेट के जरिए हासिल किया था। अब उनके निधन के बाद इसका अधिकांश हिस्सा प्रिंस चार्ल्स को मिलेगा। महारानी को क्वीन मदर से लगभग 70 मिलियन डॉलर भी मिले थे। क्वीन मदर का साल 2002 में निधन हो गया था। रकम के अलावा उन्हें पेंटिंग, स्टाम्प कलेक्शन, फाइन चाइना, जेवर, घोड़े समेत कई अन्य चीजें भी मिली थीं।