मराठी सिनेमा के दिग्गज और मशहूर अभिनेता श्रीकांत मोघे अब इस दुनिया में नहीं रहे। उनका शनिवार (6 मार्च) को निधन को गया है। 91 साल के श्रीकांत मोघे उम्र से संबंधित बीमारी से ग्रस्त थे। उन्होंने शनिवार को पुणे स्थित अपने घर में आखिरी सांस ली। श्रीकांत मोघे मराठी सिनेमा और थियेटर के बड़े कलाकारों में से एक थे जिन्होंने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम किया और पर्दे पर अपनी अमिट छाप छोड़ी थी।
मराठी फिल्मों के अलावा श्रीकांत मोघे ने हिंदी सिनेमा के कई शानदार कलाकारों और फिल्मों के लिए भी काम किया था। उनका जन्म 6 नवंबर 1929 को महाराष्ट्र में हुआ था। श्रीकांत मोघे के बेटे शांतनू मोघे और बहू प्रिया भी मराठी सिनेमा के जाने-माने कलाकार हैं। इतना ही नहीं उनके छोटे भाई सुधीर मोघे मशहूर लेखक और कवि थे। सुधीर मोघे का निधन साल 2014 में हुआ था।
श्रीकांत मोघे ने अपने पूरे फिल्मी करियर में उम्भरता, वासुदेव बलवंत फड़के, मधुचंद्र, सिंहासन और गम्मत जम्मत सहित कई शानदार मराठी फिल्मों में काम किया और दर्शकों को दिलों को जीता था। फिल्मों के अलावा श्रीकांत मोघे की रुचि थियेटर में भी काफी थी। उन्होंने कई शानदार थियेटर में भी अभिनय किया था। श्रीकांत मोघे ने तूझे आहे तूजापसी, वर्यावर्ची व्रत और लेकुरे उदांड जाली सहित और भी कई नाटकों के लिए काम किया था। इन नाटकों में उनके अभिनय को हमेशा याद किया जाता रहेगा।
श्रीकांत मोघे के निधन से मराठी सिनेमा में शोक का माहौल है। हर कोई उन्हें नम आखों से सोशल मीडिया पर आखिरी श्रद्धांजलि दे रहा है। पूर्व रेल, वाणिज्य और उद्योग, नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने सोशल मीडिया पर श्रीकांत मोघे के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘श्रीकांत मोघे का आज बुढ़ापे में निधन हो गया। मराठी थिएटर और फिल्म उद्योग में, ‘चॉकलेट हीरो’ की छवि वाले नायक,नताश्रेष्ठ श्रीकांत मोघे को श्रद्धांजलि।’
कांग्रेस पार्टी के नेता प्रफुल्ल पटेल ने भी ट्विटर पर श्रीकांत मोघे के लिए दुख जताया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘दिग्गज अभिनेता श्रीकांत मोघे के अचानक निधन के बारे में जानकार दुख हुआ। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले’। इनके अलावा श्रीकांत मोघे के निधन पर और भी कई हस्तियों और राजनेताओं ने दुख जताया है।