पश्चिम बंगाल चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बड़ा झटका लगा है। हबीबपुर निर्वाचन क्षेत्र से टीएमसी की उम्मीदवार सरला मूर्मू समेत पांच विधायक सोनाली गुहा, दीपेंदु बिश्वास, रवींद्रनाथ भट्टाचार्य और जाटू लाहिड़ी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। इन सभी नेताओं ने पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष, भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी और मुकुल रॉय की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता लीं।
टीएमसी ने बयान जारी कर कहा कि पार्टी ने हबीबपुर निर्वाचन क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बदला है। टीएमसी ने इसके पीछे कारण दिया कि सरला मूर्मू का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। टीएमसी के लिए पहला मामला है, जब किसी उम्मीदवार ने पार्टी की ओर से टिकट मिलने के बाद पार्टी छोड़ दी हो।
वहीं तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी किसी उम्मीदवार को किसी निर्वाचन क्षेत्र से उसकी निजी इच्छा के अनुसार नहीं बल्कि उसके जीतने की संभावनाओं के आधार पर खड़ा करती है। तृणमूल ने एक बयान जारी करके कहा, ‘यह सूचित किया जाता है कि सरला मुर्मू के खराब स्वास्थ्य के कारण मालदा जिले के हबीबपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार बदलना पड़ा। प्रदीप बास्के इस निर्वाचन क्षेत्र से आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।’
हालांकि, मुर्मू से इस संबंध में अभी तक कोई खुलासा नहीं किया है। तृणमूल और भाजपा के बीच पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ‘करो या मरो’ के जबरदस्त मुकाबले में किसी उम्मीदवार को बदलने का यह पहला मामला है। बता दें कि मालदा जिले में 26 और 29 अप्रैल को दो चरणों में चुनाव होना है। मालदा जिले में 12 विधानसभा सीट हैं।
2016 के चुनाव में इस सीट से टीएमसी की सूपड़ा साफ हो गया था और भाजपा के झोले में दो सीटें आई थीं। वहीं कांग्रेस ने सबसे ज्यादा आठ सीटों पर जीत दर्ज की थी। टीएमसी ने इस बार चुनाव में उम्मीदवार के तौर पर मशहूर हस्तियों, महिलाओं और युवाओं को प्राथमिकता दी है। पार्टी ने 291 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों का एलान कर दिया है। और तीन सीटें अपने सहयोगी दल को दी हैं।