फिल्म एक्टर मनोज बाजपेई एक महीने से लॉकडाउन की वजह से हिमालय की वादियों में फंसे हुए हैं. उनके साथ 23 सदस्यीय वेब फिल्म की शूटिंग कर रहे अन्य मेंबर्स भी हैं. बुधवार को डॉक्टर्स की टीम वहां यह चेक करने गई कि कहीं कोरोना का संक्रमण तो नहीं फैला है.
25 मार्च से चल रहे लॉकडाउन में बॉलीवुड के जाने-माने सिने अभिनेता व कलाकार मनोज बाजपेई, नीना गुप्ता, दीपक डोबरियाल समेत उनकी 23 सदस्य टीम नैनीताल के रामगढ़
सोनापानी स्टेट में लगभग एक महीने से फंसी हुई है. बुधवार को नैनीताल से गई डॉक्टरों की टीम ने इन सभी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया.
दीपक डोबरियाल, मनोज बाजपेई, नीना गुप्ता समेत कई अन्य सिने कलाकार नैनीताल के रामगढ़ सतोली में वेब फिल्म की शूटिंग के लिए आए थे, लेकिन बीते 22 मार्च से ये सभी यहां फंसे हुए हैं.
मनोज बाजपेई ने वहां पहुंचे डॉक्टरों को बताया कि हम लोग बहुत पहले से आए हुए हैं इसलिए किसी किस्म के कोरोना सिम्टम्स की कोई गुंजाइश नहीं थी. हम लोग शूटिंग के लिए यहां आ गए थे अब यहां अटक गए हैं पर अच्छी जगह अटके हैं. हिमालय के सामने एकदम अच्छा लग रहा है. स्वास्थ्य विभाग की टीम बहुत अच्छा काम कर रही है. मैं उनको सैल्यूट करता हूं और उनको धन्यवाद देता हूं.
इस दौरान मनोज बाजपेई ने स्वास्थ्य विभाग की टीम का हौसला बढ़ाया और कहा कि लॉकडाउन के समय हिमालय के नजदीकी क्षेत्र में रुकने से वह काफी खुश हैं और उन्हें यहां आकर बेहद अच्छा लग रहा है.
ओमकारा फेम फिल्म अभिनेता दीपक डोबरियाल ने बताया कि डॉक्टर चेतन और डॉक्टर प्रदीप और उनकी टीम से उन्होंने खुद को और अपनी टीम को चेक करवाया है. बहुत प्यार से और विश्वास से टेस्ट किया और हम सब बहुत खुश हैं. शुरुआत में थोड़ी घबराहट जरूर हुई थी.
रामगढ़ हॉस्पिटल के डॉक्टर चेतन टम्टा ने बताया कि मनोज बाजपेई और दीपक डोबरियाल ने डॉक्टरों की टीम की प्रशंसा करते हुए कहा कि डॉक्टर आज अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की जान बचा रहे हैं. इसीलिए देश में लोगों को डॉक्टरों का सहयोग करना चाहिए ताकि देश के सामने मंडरा रहे इस भयानक खतरे से जल्द से जल्द निपटा जा सके और देश को सुरक्षित रखा जा सके.