सनातन धर्म में गरुड़ पुराण को महापुराण माना जाता है। इस महापुराण में प्रभु नारायण की भक्ति का विस्तार से बखान किया गया है। सामान्य रूप से इसे किसी की मृत्यु के पश्चात् सुना जाता है क्योंकि इसे मृत्यु के पश्चात् सद्गति प्रदान करने वाला माना जाता है। गरुड़ पुराण में एक ओर मौत का रहस्य बताया है वहीं दूसरी ओर भक्ति, ज्ञान, वैराग्य, सदाचार, निष्काम कर्म, यज्ञ, तप, दान तथा लौकिक-परलौकिक फलों का जिक्र किया गया है। कुल मिलाकर गरुड़ पुराण में ऐसी कई बातों को बताया गया है, जिन्हें अपनाकर मनुष्य अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं। इसी क्रम में गरुड़ पुराण में कुछ ऐसी आदतें बताई हैं, जिनसे मां लक्ष्मी नाराज होती हैं तथा लोगों को आर्थिक परेशानियों से गुजरना पड़ता है। इन आदतों को छोड़ देने में ही भलाई है।
कुचैलिनं दन्तमलोपधारिणं ब्रह्वाशिनं निष्ठुरवाक्यभाषिणम्
सूर्योदये ह्यस्तमयेपि शायिनं विमुञ्चति श्रीरपि चक्रपाणिम्
1- जो मनुष्य गंदे कपड़े पहनते हैं, मां लक्ष्मी उनका त्याग कर देती हैं। अमीरी-गरीबी बेशक हमारे हाथ में न हो, मगर साफ सफाई तो हम हर हालात में रख ही सकते हैं। इसलिए हमेशा साफ-सफाई का ध्यान रखें तथा स्वच्छ वस्त्र पहनें।
2- जो लोग दांत साफ नहीं करते, उन पर मां लक्ष्मी की कृपा नहीं रहती। यहां दांत साफ करने का अर्थ शरीर की स्वच्छता से है, यानी जो मनुष्य आलस्यवश अपने दांत साफ करने में भी आनाकानी करता है, उसे कभी लक्ष्मी का आशीर्वाद नहीं मिलता है। इसलिए वस्त्रों के साथ अपने शरीर की स्वच्छता का भी ध्यान रखें।
3- जिन मनुष्यों का दिमाग हर वक़्त खाने में ही लगा रहता है, जो आवश्यकता से अधिक खाते हैं तथा हर समय खाने के बारे में ही विचार करते हैं, ऐसे मनुष्यों के पास भी मां लक्ष्मी कभी नहीं आतीं। क्योंकि ये जीवन कर्म करने के लिए है। इसमें भोजन को केवल आपके जीने का साधन बनाया गया है।
4- जिस घर में आपस में लोग एक दूसरे का सम्मान नहीं करते, बात-बात पर जहां विवाद हो जाते हैं। वाणी में कठोरता होती है, वहां मां लक्ष्मी का निवास नहीं होता। इसलिए हमेशा अपनी वाणी को मधुर रखिए तथा घर में शांति रखिए।
5- गरुड़ पुराण में प्रातः तथा शाम का वक़्त ईश्वर को याद करने तथा व्यायाम आदि के लिए बताया गया है। जो लोग बेहद आलसी होते हैं, सूर्योदय व सूर्यास्त के पश्चात् तक सोते हैं, उनसे माता लक्ष्मी सदैव रुष्ट रहती हैं।