धर्म ग्रंथों के अनुसार, देवी दुर्गा की पूजा करने से भक्तों की हर मनोकामना पूरी हो सकती है। लेकिन दुर्गासप्तशती का स्थान महत्वपूर्ण है। जो व्यक्ति विधि-विधान से दुर्गासप्तशती का पाठ करता है, उसके बुरे दिन दूर हो जाते हैं और हर मनोकामना पूरी हो सकती है।
दुर्गासप्तशती में ऐसे अनेक मंत्र हैं, जिनका जाप करने से आपकी मनोकामना पूरी हो सकती है। अगर आप सुंदर और सुशील पत्नी चाहते हैं तो इसके लिए भी दुर्गासप्तशती में 1 मंत्र बताया गया है। रोज इस मंत्र का जाप करने से आपकी ये इच्छा पूरी हो सकती है। ये मंत्र और इसके जाप की विधि इस प्रकार है…
मंत्र पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानु सारिणीम्।
तारिणींदुर्गसं सारसागरस्य कुलोद्भवाम्॥
अर्थ- हे देवी, मुझे मन की इच्छा के अनुसार चलने वाली मनोहर पत्नी प्रदान करो, जो दुर्गम संसार सागर से तारने वाली तथा उत्तम कुल में उत्पन्न हुई हो।
- सुबह जल्दी नहाकर, साफ वस्त्र पहनकर देवी दुर्गा की पूजा करें।
- देवी दुर्गा की मूर्ति या चित्र के सामने आसन लगाकर रुद्राक्ष की माला लेकर इस मंत्र का जाप करें। प्रतिदिन पांच माला जाप करने से आपकी इच्छा पूरी हो सकती है।
- आसन कुश का हो तो अच्छा रहता है।
- रोज एक ही समय पर, एक ही आसन पर बैठकर और एक ही माला से मंत्र जाप किया जाए तो यह मंत्र जल्दी ही सिद्ध हो सकता है।