एमपी में मानसून की एंट्री को अब तक 45 दिन हो गए, इस दौरान औसत 24.4 इंच बारिश हो चुकी है, जो सीजन की 65 फीसदी है। भोपाल, मंडला, सिवनी, नर्मदापुरम समेत 7 जिले ऐसे हैं, जहां पर 30 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। मंडला में सबसे ज्यादा 36.67 इंच बारिश हो चुकी है।
मध्य प्रदेश में अगले एक सप्ताह तक भारी बारिश से राहत मिल सकती है। मौसम विभाग के अनुसार मानसून सिस्टम कमजोर पड़ने के कारण ऐसा हो सकता है। आज मंगलवार को मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट के अनुसार बालाघाट में बिजली के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। साथ ही छिंदवाड़ा, सिवनी, पांढुर्ना, बैतूल, हरदा, नर्मदापुरम पचमढ़ी, अनुपपुर अमरकंटक, शहडोल बाणसागर बांध, उमरिया बांधवगढ़, डिंडोरी, मंडला, रीवा में मध्यम बारिश होने की संभावना है। मध्यरात्रि में भोपाल बैरागढ़, विदिशा, रायसेन भीमबेटका सांची, नरसिंहपुर, जबलपुर, बुरहानपुर, खंडवा ओंकारेश्वर, दमोह, कटनी, पन्ना, सतना, मऊगंज, मैहर, सीधी और सिंगरौली में हल्की बारिश के साथ बिजली गिरने की संभावना है।
इसलिए भारी बारिश से मिल सकती है राहत
मौसम विभाग भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक वेद प्रकाश के अनुसार मानसून ट्रफ मध्यप्रदेश के ऊपर है। ईस्ट-वेस्ट ट्रफ भी गुजर रही है। ट्रफ साउथ राजस्थान से नॉर्थ केरल तक जा रही है। इस वजह से भारी बारिश का अलर्ट नहीं है। एक सप्ताह तक ऐसा ही दौर रहेगा। उन्होंने बताया कि एमपी में मानसून की एंट्री को अब तक 45 दिन हो गए, इस दौरान औसत 24.4 इंच बारिश हो चुकी है, जो सीजन की 65 फीसदी है। भोपाल, मंडला, सिवनी, नर्मदापुरम समेत 7 जिले ऐसे हैं, जहां पर 30 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। मंडला में सबसे ज्यादा 36.67 इंच बारिश हो चुकी है।
प्रदेश में औसत से 22 फीसदी अधिक बारिश
मध्य प्रदेश मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मध्य प्रदेश में 1 जून से 05 अगस्त 2024 की लंबी अवधि के औसत से 22 फीसदी अधिक बारिश हुई है। वहीं, पूर्वी मध्य प्रदेश में औसत से 19 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है, जबकि पश्चिमी मध्य प्रदेश में औसत से 26 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। बता दें कि मध्य प्रदेश में 21 जून को मानसून ने प्रवेश किया था, तब से लगातार बारिश हो रही है। शुरुआती दौर में पश्चिम क्षेत्र में कम बारिश डर की गई थी, लेकिन पिछले दो सप्ताह से हो रही तेज बारिश ने कोटा पूरा कर लिया और औसत से ज्यादा बारिश हो चुकी है।