आने वाले दिनों में निम्न मध्यम वर्ग और मध्यम वर्ग के परिवार के सदस्यों को भी आयुष्मान योजना का लाभ मिल सकता है। हालांकि, इसके लिए उन्हें हर महीने कुछ निश्चित रकम अदा करनी पड़ सकती है। इसके साथ ही कुछ और अभिनव विकल्प सामने आए हैं, जिससे समाज के हर तबके के लोगों को किसी भी बीमारी में निश्चित इलाज की गारंटी मिल सकती है।
कुछ इसी तरह का खाका सरकारी थिंक टैंक नीति आयोग ने अपनी एक रिपोर्ट ‘हेल्थ सिस्टम फॉर ए न्यू इंडिया : बिल्डिंग ब्लॉक्स’ में खींचा है। इसे सोमवार को नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और माइक्रोसाफ्ट के सह संस्थापक तथा बिल और मेलिंडा गेट्स फांउडेशन के सह अध्यक्ष बिल गेट्स ने जारी किया। नीति आयोग ने इसे करीब डेढ़ साल की मेहनत के बाद तैयार किया है।
इस अवसर पर राजीव कुमार ने बताया कि रिपोर्ट में भविष्य की स्वास्थ्य प्रणाली के पांच फोकस क्षेत्रों की पहचान की है। इससे समाज के सभी वर्गों को उचित शुल्क में निश्चित स्वास्थ्य सुविधा की गारंटी मिलेगी तो स्वास्थ्य सेवा में अधिक से अधिक डिजिटल उपयोग होने से पारदर्शिता भी बढ़ेगी।