मथुरा कांड: पुलिस को बड़ी सफलता, रंगा और चीमा सहित 6 बदमाश गिरफ्तार

यूपी के मथुरा शहर के होलीगेट पर सरे बाजार सोमवार की रात हुई 2 सर्राफा व्यापारियों की हत्या और लूट मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने मुख्य आरोपी रंगा और चीमा सहित 6 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है. सभी आरोपी कुछ दिन पहले से ही पुलिस की रडार पर थे. इस मामले पर पूरे सूबे में सड़क से लेकर सदन तक माहौल गरम था.

एसएसपी विपिन कुमार मिश्रा ने बताया कि शनिवार तड़के 5 बजे बदमाशों के साथ पुलिस का मुठभेड़ हुआ, जो करीब 6.30 बजे सुबह तक चला है. इसके बाद पुलिस ने रंगा बिल्ला और चीमा सहित 6 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया. मुठभेड़ में 7 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए हैं. वहीं 2 बदमाश गोली लगने के बाद घायल हो गए. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

 मथुरा कांड: पुलिस को बड़ी सफलता, रंगा और चीमा सहित 6 बदमाश गिरफ्तार

एसएसपी ने बताया कि पुलिस की टीम ने बदमाशों द्वारा लूटी गई ज्वैलरी बरामद कर ली गई है. इस वारदात में इस्तेमाल हथियार भी जब्त कर लिया गया है. इससे पहले पुलिस ने 20 अपराधियों को हिरासत में लिया था. उनसे पूछताछ और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की पहचान हो पाई थी. इसमें कुख्यात रंगा बिल्ला भी शामिल था.

इस वारदात के खुलासे को लेकर यूपी पुलिस पर जबरदस्त दबाव था. गुरुवार को पीड़ित परिवार की भूड़ताल के बाद शुक्रवार को पूरे राज्य में सर्राफा व्यापारियों ने दुकानें बंद रखी थीं. घटना के खुलासे के लिए आक्रोशित व्यापारियों द्वारा 48 घंटे का दिया गया. यह अल्टीमेटम आज ही खत्म हो रहा था. समय से पहले ही पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

बुधवार को पीड़िता परिवार से मिलने पहुंचे मथुरा से विधायक और कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा था कि हमारी पूरी कोशिश है कि ऐसी घटना दोबारा न हो. पूरे शहर में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगेंगे. पुलिस पेट्रोलिंग बढाई जाएगी. सरकार इस घटना को लेकर बहुत संवेदनशील है. पूरी रिपोर्ट सीएम योगी आदित्यानाथ को दी जाएगी.

मंत्री को सुनाई थी खरी खोटी

इससे पहले कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा और डीजीपी सुलेखान सिंह को पीड़ित परिवार के गुस्से का सामना करना पड़ा था. पीड़ित परिजनों का कहना था कि वे लोग पुलिस को फोन करते रहे, लेकिन समय पर मौका-ए-वारदात पर कोई नहीं पहुंचा. इतना ही नहीं लोगों ने मंत्री खूब खरी खोटी सुनाई. इसके बाद मंत्री और डीजीपी ने न्याय का भरोसा दिलाया.

5 पुलिसकर्मी हुए थे निलंबित

इस वारदात पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी से गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए जांच के आदेश दिए थे. इसके बाद मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था. एसएसपी विनोद कुमार मिश्रा ने बताया कि पुलिस चौकी प्रभारी सहित 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.

CCTV से पहचान में मदद

एसएसपी ने बताया था कि विकास अग्रवाल के छोटे भाई मयंक अग्रवाल, दुकान के कारीगर अशोक साहू और महमूद अली का इलाज चल रहा है. इस मामले को हल करने के लिए पांच टीमें गठित की गई थीं. बाजार के सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से हत्यारों की पहचान करने के प्रयास किए गए थे. पुलिस के आलाधिकारियों ने घटनास्थल का मुआयना किया था.

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