राजनीतिक रूप से मुखर और सभी सीटों पर मजबूत उपस्थिति रखने वाला यह वर्ग किसी भी उम्मीदवार की जीत और हार में बड़ी भूमिका अदा कर सकता है। यही कारण है कि इस वोट बैंक को साधने के लिए हर राजनीतिक दल ने अपना सबसे मजबूत दांव खेला है। भाजपा ने पूर्वांचली भोजपुरी गायक मनोज तिवारी को एक बार फिर उत्तर-पूर्व सीट से मैदान में उतार दिया है तो कांग्रेस ने महाबल मिश्रा को पश्चिमी दिल्ली से चेहरा बनाया है। वहीं आम आदमी पार्टी ने दिलीप पांडेय को मनोज तिवारी के सामने मौका दिया है। तीनों ही नेता खुद को पूर्वांचली बताकर इन वोटों पर अपना हक जताते रहे हैं, इसलिए यह देखना अहम होगा कि पूर्वांचली मतदाता चुनाव में किस पार्टी के पक्ष में मतदान करते हैं।