चुनाव परिणाम के बाद शपथ समारोह से पहले मंत्री पद को लेकर घमासान तेज हो गया है. सभी सहयोगी दल अपने-अपने कोटे से सांसदों को मंत्री बनाने की जुगत में लग गए हैं. वहीं प्रचंड जीत के साथ दोबारा सत्ता में आई बीजेपी भी मंत्री पद के बंटवारे को लेकर काफी सजग दिख रही है.