चमोली जिले में जोशीमठ के नजदीक हाथीपहाड़ की चोटी से आए मलबे के कारण आज ऋषिकेश-बद्रीनाथ नेशनल हाईवे यातायात के लिए रुक गया. रिपोर्टस् के मुताबिक करीब 15000 टूरिस्ट के फंसे होने की खबर है.
चमोली के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट आशीष जोशी ने बताया कि सीमा सड़क संगठन के जवान मलबे को साफ करने में लगे हैं. कल दोपहर तक राजमार्ग को यातायात के लिये खोल दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि बदरीनाथ की यात्रा पर आए श्रद्वालुओं को कोई दिक्कत न हो, इसके लिये उन्हें जोशीमठ, पीपलकोटी, कर्णप्रयाग, गोविंदघाट और बदरीनाथ में ही सुविधाजनक स्थानों पर ठहरने को कहा गया है.
राजमार्ग जोशीमठ और बद्रीनाथ के बीच विष्णुप्रयाग के समीप बंद है. दोपहर बाद अचानक हाथीपहाड़ से चट्टान खिसकनी शुरू हो गयी जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर अलकनंदा नदी तक का बड़ा इलाका मलबे से भर गया.
जिलाधिकारी ने बताया कि पहाड़ी से रूक-रूक कर गिर रहे मलबे को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों ने जानमाल के नुकसान को बचाने के लिये पहले ही यात्रा को सुरक्षित स्थान पर रोके जाने की व्यवस्था कर दी थी. हालांकि, प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हाथीपहाड़ से बड़ी-बड़ी चट्टानें राजमार्ग पर गिरी हैं जिससे रास्ता खुलने में लंबा समय लग सकता है.
राजमार्ग बंद होने से बद्रीनाथ दर्शनों के लिये गये तीर्थयात्री बद्रीनाथ में ही रूक गये हैं. जबकि दर्शनों के लिए आने वाले सैंकड़ों तीर्थयात्री जोशीमठ, पीपलकोटी और कर्णप्रयाग मे रूक कर सड़क खुलने का इंतजार कर रहे हैं.