पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने भारत के साथ मजबूत रिश्तों की वकालत की है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की नेता ने कहा कि पाकिस्तान को अमेरिका का पिछलग्गू बनने के बजाय भारत और अपने पड़ोसियों के साथ रिश्ते मजबूत करने चाहिए।
हिना फरवरी, 2011 से मार्च, 2013 तक पाकिस्तान की विदेश मंत्री रही थीं। अमेरिका और पाकिस्तान के संबंधों पर आयोजित एक सेमीनार में पूर्व विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान को हमेशा खुद को सामरिक साझीदार के रूप में देखना चाहिए।
हमें अमेरिका की जगह अफगानिस्तान, भारत, ईरान और चीन जैसे पड़ोसी देशों के साथ महत्वपूर्ण संबंध विकसित करने चाहिए। अमेरिका को इतनी ज्यादा तवज्जो नहीं देनी चाहिए क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था मदद पर निर्भर नहीं है। दोनों हाथों में भीख मांगने का कटोरा लेकर पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान नहीं पा सकता।
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को अवश्य ही अफगान युद्ध से बाहर निकल जाना चाहिए। 17 बरसों से चले आ रहे इस युद्ध में पाक को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है।