इस घटनाक्रम से जुड़े एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि चीन के ऐप्स का लगातार रिव्यू किया जा रहा है और ये भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उन्हें फंडिंग कहां से हो रही है. अधिकारी के मुताबिक पाया गया है कि कुछ ऐप्स राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरनाक है. साथ ही कुछ ऐप डेटा शेयरिंग और प्राइवेसी के नियमों का उल्लंघन कर रही हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत सरकार अब ऐप्स के लिए नियम बना रही है, जिन पर सभी को खरा उतरना होगा, और अगर ऐसा नहीं होता है तो उन ऐप्स पर बैन होने का खतरा रहेगा. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ये सरकार का बड़ा प्लान है, ताकि साइबर सिक्योरिटी को मजबूत बनाया जा सके और भारतीय नागरिकों के डेटा को सिक्योर किया जा सके. इन नियमों और गाइडलाइन्स में बताया जाएगा कि किसी ऐप को क्या करने और क्या नहीं करना है.
मोदी सरकार ने कुछ दिन पहले 59 चीनी ऐप बैन किया था, जिनमें सबसे पॉपुलर टिकटॉक (tiktok) भी शामिल था. इसके अलावा इसें अलीबाबा के UCWeb और UC न्यूज़ भी थे. साथ ही इसमें शेयरit और कैमस्कैनर जैसी पॉपुलर ऐप भी मौजूद थीं.